देहरादून। उत्तराखंड व राजधानी देहरादून के विभिन्न हिस्सों में फैले डेंगू के खिलाफ अपने अभियान के तहत प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने देहरादून के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल दून हॉस्पिटल का दौरा कर मरीजों से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना और हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं का भी जायज़ा लिया। सीएमएस के के टम्टा के साथ डेंगू वार्डों और सर्जरी वार्डों के मरीजों से बात चीत में कई मरीजों ने शिकायत की कि उनसे डॉक्टर दवा बाहर से लेने के लिए पर्चा दे रहे हैं , डेंगू वार्ड में इस प्रकार की ज्यादा शिकायत मिलने पर धस्माना ने सीएमएस से डॉक्टरों के लिए एडवाइजरी जारी करने के लिए कहा जिसमें वे दवाएं जो हॉस्पिटल में उपलब्ध हों उन्हें बाहर से खरीदने के लिए मरीज से न कहा जय और हॉस्पिटल से ही उपलब्ध कराई जाए। सीएमएस डॉक्टर टम्टा ने वहां मौजूद वार्ड नर्स को निर्देश दिए कि किसी भी मरीज से उस दवा को बाहर से न मंगवाया जाय जिसकी उपलब्धता हॉस्पिटल में हो। मरीजों ने हॉस्पिटल के शौचालयों की हालत की भी शिकायत की जिस पर धस्माना ने सीएमएस से शौचालयों की दशा सुधारने के लिए कहा। डेंगू वार्ड में लगे दोनों ऐसी व दो पंखे खराब देख कर श्री धस्माना ने सीएमएस से नाराजगी व्यक्त की व ऐसी तथा पंखे तत्काल ठीक करवाने के लिए कहा।
हॉस्पिटल में वार्डों का दौरा करने के पश्चात धस्माना ने हॉस्पिटल प्रांगण में फ्री फ़ूड फाउंडेशन के द्वारा आयोजित भोजन वितरण में भी भाग लिया और अपने हाथों से मरीजों के तीमारदारों को भोजन वितरित किया इसमें सीएमएस डॉक्टर टम्टा ने भी धस्माना के साथ भोजन वितरित किया।
हॉस्पिटल के दौरे के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना ने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि अब डेंगू शहर से गांव की ओर चल पड़ा है और सेलाकुई,सहसपुर, बड़ा रामपुर, छोटा रामपुर व हरबर्टपुर विकनागर तक पहुंच गया है इन इलाकों के मरीज आज दून हॉस्पिटल में मिले। धस्माना ने कहा कि भुड्डी गांव, नया गांव पेलियो , रतनपुर, सिंघनिवाला इलाके में हालात ज्यादा खराब है और आबादी का बड़ा हिस्सा डेंगू वायरल बुखार व टाइफाईड से ग्रस्त है। धस्माना ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि सरकार राज्य में डेंगू व अन्य संक्रामक बीमारियों के प्रकोप के असर को नज़रंदाज़ कर रही है । धस्माना ने कहा कि डेंगू व अन्य संक्रामक बीमारियों के खिलाफ उनका सरकार व सिस्टम को जगाने का अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक एक भी व्यक्ति की बीमारी की सूचना उनको मिलती रहेगी।
