देहरादून। डेंगू बुखार एक मच्छर जनित उष्णकटिबंधीय बीमारी है जो डेंगू वायरस के कारण होती है।
आमतौर पर लक्षण संक्रमण के तीन से चौदह दिन बाद शुरू होते हैं।
इनमें तेज बुखार, सिरदर्द, उल्टी, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ सकते हैं।
आम तौर पर रिकवरी में दो से सात दिन लगते हैं।
कुछ मामलों में, यह रोग गंभीर डेंगू में विकसित होता है, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार के रूप में भी जाना जाता है,
जिसके परिणामस्वरूप रक्तस्राव, रक्त प्लेटलेट्स का कम स्तर और रक्त प्लाज्मा रिसाव, या डेंगू शॉक सिंड्रोम होता है, जहां रक्तचाप खतरनाक रूप से कम हो जाता है।
राजधानी में डेंगू के खिलाफ अभियान तेज़ किया गया है।
इस अभियान के तहत विभिन्न वार्डों में भवनों की जांच की गयी।
नगर निगम की टीमों ने कल मंगलवार को 19 भवन मालिकों के चालान किये और 13 हजार रुपये का जुर्माना वसूला।
इस अभियान के अंतर्गत दस वॉर्डों में जांच अभियान चलाया गया।
1370 आवास तथा सरकारी के साथ साथ व्यावसायिक दफ्तरों का निरीक्षण किया गया।
जहाँ भी जल जमाव पाया गया वहां पर कार्यवाही की गयी ।
विजय कॉलोनी, किशन नगर, डीएल रोड, रिस्पना, करनपुर, बकरालवाला, चुक्खुवाला, इंदिरा कालोनी, घंटाघर और रेसकोर्स उत्तर वार्ड में निगम की टीमों ने लगभग 1370 भवनों की जांच की।
जहां कहीं भी जल जमाव और गंदगी पायी गयी। वहां भवन स्वामी पर चालान और जुर्माने की कार्रवाई की गई।
आज बुधवार को एमकेपी कॉलेज रोड, तिलक रोड, शिवाजी मार्ग, इंद्रेशनगर, धामावाला, झंडा मोहल्ला, डालनवाला उत्तर वार्ड, डालनवाला पूर्व वार्ड,
डालनवाला दक्षिण वार्ड और खुड़बुड़ा वार्ड में अभियान चलाया गया । इन दस वार्डो में भी दो दिन अभियान चलाया जाएगा।
यदि आपको डेंगू और जुर्माने से बचना है तो
- अपने घर और प्रांगण को गंदगी से मुक्त रखें।
- जल जमाव न होने दें।
- अगर कहीं पानी इकठ्ठा हो रहा है तो उसका निस्तारण करें
- या उस पर केरोसिन तेल का छिड़काव कर दें।