देहरादून। ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय ने नशे और प्लास्टिक के खिलाफ एक नई मुहिम शुरू की। विश्वविद्यालय के सैंकड़ों छात्र-छात्राओं ने रैली निकालकर लोगो को प्लास्टिक के इस्तेमाल और नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया। 11 दिन तक चलने वाली इस लोग जागरूकता अभियान में विश्वविद्यालय के सात हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं और शिक्षक भाग लेंगे।
कैम्पेन के पहले दिन आज बिटेक और बीसीए के सैंकड़ों छात्र-छात्राओं ने क्लेमेण्ट टाउन क्षेत्र में पोस्टर और नारों के माध्यम से लोगों को प्लास्टिक के इस्तेमाल और नशे के दुष्परिणाम के बारे में जागरूक किया। छात्र-छात्राओं की एक टीम ने आस-पास रहने वाले लोगो और दुकानदारों को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का आग्रह करते हुए उसे दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया। वहीं दूसरी टीम ने नशा बेचना बंद करो, मौत का सामान बेचना बंद करो जैसे नारे लगाते हुए नजर आये। पोस्टरों के माध्यम से इस टीम ने शैक्षिक संस्थानों के आस-पास सिगरेट और तम्बाकू की बिक्री पर सरकार के प्रतिबंध और उसके उल्लंघन पर सजा के प्रावधानों के बारे में आगाह किया।
इससे पहले कुलपति प्रो. डा. संजय जसोला ने झण्डी दिखाकर इस रैली को रवाना किया। डा. जसोला ने कहा कि प्लास्टिक और नशा समाज की सबसे बड़ी समस्या है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम खुद इन से लड़ने की पहल करें।
