भारत और चीन के बीच गलवान सीमा पर तनातनी जारी है।
इस बीच चीन भारत के खिलाफ एक और मोर्चा खोलने की तैयारी में है।
आशंका है कि चीन भारत पर साइबर अटैक कर सकता है। साइबर हमले की चीन की यह तकनीक बहुत खतरनाक है।
अमेरिका भी चीन के इस हथियार का तोड़ नहीं निकाल पा रहा है
भारत पर यह हमला 21 जून से शुरू हो सकता है।
बताया जा रहा है कि इस साइबर अटैक में एक ईमेल- ncov2019.gov.in से हमला हो सकता है। इस ईमेल का सब्जेक्ट- ‘Free Covid 19 Test’ हो सकता है।
लेकिन ये तो महज एक छोटा हथियार है
इवेंट रिव्यू ने साइबर एक्सपर्ट से बात की तो पता चला कि स्थिति कितनी गंभीर है
इवेंट रिव्यू ने साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत से बातचीत की, अंकुर चंद्रकांत वरिष्ठ सायबर फाइनेंस एक्सपर्ट और डाटा रिसर्चर हैं
उन्होंने बताया कि
Ankur Chandrakant
Cyber Expert
1) यह एक बड़ा हमला हो सकता है, जिसे मास सायबर अटैक कहते हैं |
इसमें बॉट्स का निर्माण किया जाता है, जो रोबॉट की शॉर्ट फॉर्म है | इसमें लाखों सिस्टम तैयार होते हैं, जो एक साथ हमला कर देते हैं |
चीन के पास यह सेना बहुत बड़ी है |
2) इस हमले को DDOS कहते हैं, जिसका मतलब है Distributed Denial Of Service .
यह कुछ इस तरह का हमला है, जैसे कोई आपको आपके ही घर में बंद कर, बाहर से ताला लगा दे |
यह सरकारी, गैर सरकारी सभी सिस्टम ठप कर सकता है |
3) इसी माध्यम से बड़े पैमाने पर फिशिंग हो सकती है, जिससे आपके पर्सनल अकाउंट, पैन, आधार, बैंक डिटेल तक चोरी हो सकता है | आरोग्य सेतु की सूचनाएं भी खतरे में हैं |
4) सायबर एक्सपर्ट ने यह भी बताया कि यह हमला युवाओं पर भी केंद्रित होगा | और युवा इस युद्ध में बड़ी भूमिका निभाएंगे मगर चीन की तरफ से
यह चीनी एप्प के माध्यम से होगा |
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युवाओं को खास ख्याल रखना होगा, कि वो चीनी एप्प से बचें, उसे तुरंत डिलीट कर दें |
क्योंकि आपका गैरजिम्मेदाराना रवैया पूरे देश पर भारी पड़ सकता है |
क्योंकि चीनी एप्स आपकी जानकारी चुरा कर चीनी सायबर सेना को दे देंगे,
जो आपके अर्थात युवाओं के फोन को हैक कर के जॉम्बी या बॉट्स की तरह प्रयोग कर सकते हैं |
इस तरह आपके फोन ही आपके देश के लिये खतरा बन जाएंगे |
सभी सरकारी साइटों पर DDOS हमला आपके फोन के माध्यम से हो सकता है |
हर साइट पर लाखों करोड़ों एक्सेस रिक्वेस्ट भेज कर साइट हैंग करवा दी जाएगी |
यह बड़ा खतरा है क्योंकि यह अगर रक्षा संबंधी किसी संस्थान के साथ होता है तो मिनट भर की चूक सेना को भारी नुकसान पंहुचा सकती है |