कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने भाजपा पर बड़ा इल्जाम लगाया है।
उन्होंने भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि हमने जो राशन बांटा, पीपीई किट बांटे, मास्क बांटे वह जनसेवा थी
उसका हिसाब देना कोई बड़ी बात नहीं है। वह दान का काम था पुण्य का काम था। उसके लिए हमें भाजपा की तरह अपने कसीदे नहीं काढ़ने हैं।
भाजपा के विधायक, मुख्यमंत्री और नेता सदन त्रिवेंद्र सिंह रावत की बात को अनसुना कर रहे हैं।
इस विषय में उन्होंने केदारनाथ के विधायक मनोज रावत द्वारा लगाई गई आरटीआई का हवाला दिया
और बताया कि भाजपा के नेता
मुन्ना सिंह चौहान, मदन कौशिक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत जो लगातार कांग्रेस के विधायकों पर वेतन न कटवाने का आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने खुद बहुत कम वेतन कटवाया है। बंशीधर भगत प्रतिमाह मात्र 9000 रुपये कटवा रहे हैं।
मुन्ना सिंह चौहान कांग्रेस विधायकों से आधा वेतन कटवा रहे हैं।
कांग्रेस के कुल 11 विधायक सदन में हैं और सभी विधायक 57000 रुपये प्रतिमाह कटवा रहे हैं।
वहीं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश 75000 रुपये प्रति माह के आसपास कटवा रही हैं।
दूसरी ओर भाजपा के अधिकांश विधायक मूल वेतन का 30% यानी 9000 रुपये मात्र कटवा कर अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर रहे हैं।
गरिमा मेहरा दसौनी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के विधायक खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं,
क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री के एक आह्वान पर सर झुका कर अपना वेतन कटवाना स्वीकार कर लिया।
जबकि भाजपा के अपने विधायक मुख्यमंत्री की बात को नहीं मान रहे हैं।
भाजपा प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया इत्यादि में यह झूठ फैला रही है कि कांग्रेस कोरोना से लड़ने में कोई सहायता नहीं कर रही है।
और कांग्रेस के विधायक राहत कोष में कोई पैसा नहीं दे रहे हैं।
जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा के स्वयं के विधायक, कांग्रेस विधायकों के द्वारा दिए जाने वाले पैसे से बहुत कम धन दे रहे हैं।
कांग्रेस के विधायक राहत कोष के लिए पैसा कटवाने में अग्रणी हैं।
जबकि भाजपा के विधायकों पर न तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की चल रही है
और न ही विधान सभा स्पीकर प्रेमचंद्र अग्रवाल की चल रही है।
यह कैसा निजाम है, जहां विधायकों में भी समानता नहीं है। यदि आपने कोई अपील की थी तो सभी विधायकों का समान वेतन कटवाना चाहिए था परंतु आप जिससे जितना मिल रहा है उतना लूट लेने में विश्वास रख रहे हैं। जबकि अपने विधायकों पर आपका कोई बस नहीं है। – गरिमा मेहरा दसौनी
कांग्रेस प्रवक्ता ने अंततः कहा कि भाजपा जो जनता के सामने कहती है उस पर कम ही विश्वास करने की आवश्यकता है।
क्योंकि भाजपा की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है।