कोटद्वार। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाभर क्षेत्र के कलालघाटी में मेडिकल कॉलेज के निर्माण हेतु स्वीकृत 192 बीघा भूमि को श्रम विभाग के अन्तर्गत कर्मचारी राज्य बीमा निगम के नाम हस्तांतरित करने का विरोध जताते हुए एक दिवसीय का सांकेतिक धरना दिया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मेडिकल कॉलेज के प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल कर जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है।
इस संबंध में कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को भी ज्ञापन प्रेषित किया।
शनिवार को कलालघाटी में धरना प्रदर्शन करते हुए पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में कलालघाटी में मेडिकल कॉलेज के निर्माण हेतु स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग को 192 बीघा जमीन उपलब्ध कराई गई थी।
जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मेडिकल कॉलेज की नींव रखने के साथ ही सरकार ने कॉलेज के निर्माण कार्य के लिए साढ़े चार करोड़ रुपये की धनराशि का बजट भी जारी कर दिया था।
जिसमें से डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि कॉलेज परिसर की जमीन पर बाउंड्री वॉल व ट्यूबवेल निर्माण में खर्च भी कि जा चुकी है।
लेकिन वर्तमान में डबल इंजन की सरकार ने निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के बजाय कोटद्वार व गढ़वाल की जनता के हितों पर कुठाराघात करते हुए श्रम विभाग के अन्तर्गत कर्मचारी राज्य बीमा निगम के नाम हस्तांतरित कर योजना को ठंडे बस्तें में डाल दिया।
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण से जहां कोटद्वार व गढ़वाल के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलती, वहीं हजारों लोगों को रोजगार मिलता।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डा.चंद्रमोहन खर्कवाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी वर्तमान सरकार द्वारा किए जा रहे जनविरोधी कार्यों का प्रतिरोध करेगी तथा सरकार की विकास विरोधी नीति के खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी।
धरना प्रदर्शन करने वालों में मेयर हेमलता नेगी, डा.विजय नारायण, सेवादल अध्यक्ष राकेश शर्मा, प्रेम सिंह रावत, विजय रावत, कीर्त सिंह, सतेंद्र सिंह, कृष्ण चंद्र खंतवाल, रामपाल सिंह, सुदर्शन भंडारी, विनोद नेगी, छात्रसंघ अध्यक्ष हिमांशु बहुखंडी, राजेंद्र सिंह गुसांई, शकुंतला चौहान, मीना बछवाण, कृष्णा बहुगुणा, महावीर सिंह रावत, रामचंद्र सिंह रावत, आशीष काला, पवन सिंह रावत, मातबर सिंह रावत आदि शामिल रहे।