Corona : देश कल अनलॉक २. ० में प्रवेश कर रहा है। धीरे धीरे सभी उपक्रम खोले जा रहे हैं।
लेकिन कोरोना संक्रमण से हालत बदतर होते जा रहे हैं।
कोरोना संक्रमण की समस्या को हल्के में लेना सरकार और जनता दोनों के लिए घातक हो सकता है।
पिछले दस दिनों में कोरोना संक्रमण ने भारत में अपने पैर बहुत तेज़ी से पसारे हैं। यदि हम प्रति दिन के हिसाब से देखें तो
भारत में कोरोना पॉजिटिव संक्रमण कुछ इस तरह बढ़ा
20 जून को 15918 मामले
21 जून को 15151 मामले
22 जून को 13560 मामले
23 जून को 15656 मामले
24 जून को 16868 मामले
25 जून को 18205 मामले
26 जून को 18255 मामले
27 जून को 20142 मामले
28 जून को 19610 मामले
29 जून को 18522 कोविड पॉजिटिव मामले सामने आये।
जिसका तात्पर्य है कि पिछले दस दिनों में कोरोना संक्रमण के लगभग एक लाख ( 95 358) मामले सामने आये।
एक पखवाड़े से कम समय में एक लाख मामलों का सामने आना यक़ीनन चिंता का विषय है।
यदि कोविड संक्रमण से मृत्यु के मामले देखें तो पिछले दस दिनों में, दिनवार
20 जून को 308 मृत्यु
21 जून को 426 मृत्यु
22 जून को 312 मृत्यु
23 जून को 468 मृत्यु
24 जून को 424 मृत्यु
25 जून को 401 मृत्यु
26 जून को 381 मृत्यु
27 जून को 414 मृत्यु
28 जून को 384 मृत्यु
29 जून को 418 मृत्यु हुई हैं।
यदि कुल योग देखें तो गत दस दिनों में 3936 लोगों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हुई है।
यदि इस वायरस से लड़ना है तो सरकार और जनता को बहुत सावधानी बरतनी होगी।
अन्यथा कोरोना में डबलिंग रेट बढ़ते देर नहीं लगती।
इटली, अमेरिका, जर्मनी और ब्राज़ील के उदाहरण हमारे सामने हैं।