उत्तराखंड के लिए घोषित राज्यसभा सीट के लिए 9 नवंबर को चुनाव करवाया जायेगा ।
निर्वाचन आयोग ने इस चुनाव हेतु कार्यक्रम घोषित कर दिया है।
- 20 अक्तूबर को चुनाव की अधिसूचना होगी जारी
- 27 अक्तूबर नामांकन की आखिरी तारीख है
- 2 नवंबर तक नामांकन वापसी की जा सकेगी
- 9 नवंबर को राज्यसभा सीट के लिए चुनाव होगा
उत्तराखंड की राज्य सभा सीट पर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य राज बब्बर का कार्यकाल 25 नवंबर को समाप्त हो रहा है। उनके स्थान पर नया राज्य सभा सदस्य चुना जाना है।
चुनाव की घोषणा होते ही सत्ता और भाजपा के गलियारों में चहल पहल बढ़ गयी है।
उत्तराखंड में प्रचंड बहुमत के साथ सत्तारूढ़ भाजपा में दावेदारों के नामों की चर्चा शुरू हो गई है।
इस प्रतियोगिता में सबसे आगे पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और उत्तराखंड भाजपा के प्रभारी श्याम जाजू माने जा रहे हैं।
जाजू का पक्ष अधिक मजबूत दिख रहा है।
जिसका कारण उनका पार्टी के मूल से जुड़ा होना है।
जबकि बहुगुणा कांग्रेस से भाजपा में आये हैं।
बहुगुणा के पक्ष में यह बात जाती है कि वो उत्तराखंड मूल के हैं, और उत्तराखंड में विधान सभा चुनाव भी करीब ही हैं।
लेकिन राष्ट्रीय दलों का आला कमान ऐसे मुद्दों पर तब तक विचार नहीं करता है
जब तक कि कोई क्षेत्रीय दल उसकी टक्कर में न हो।
अतः श्याम जाजू की उम्मीदवारी को लगभग तय माना जा रहा है।
इन दोनों कद्दावर नेताओं के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी महेंद्र पांडेय,
हरियाणा में पार्टी के महामंत्री संगठन सुरेश भट्ट और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल का नाम भी चर्चा में है।
शौर्य डोभाल, नरेश बंसल और ज्योति गैरोला इत्यादि के नाम भी चर्चा में हैं।
लेकिन जाजू और बहुगुणा के बाद अगर कोई मजबूत दावेदार है, तो वो अनिल गोयल हैं।
भाजपा के सामने सीट जीतना बड़ी चुनौती नहीं है, लेकिन अगर श्याम जाजू को टिकट मिलता है तो राज्य के बाहर से आये उम्मीदवार के लिए राज्य की जनता के कटु अनुभव कुछ समस्या का सबब जरूर बन सकते हैं।
फिलहाल तो जाजू का पलड़ा ही भारी दिख रहा है। परन्तु प्रदेश में भाजपा के बड़े नेता केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय का इंतज़ार करने के लिए ही कह रहे हैं।