देहरादून। प्रदेश कांग्रेस ने राज्य की त्रिवेंद्र सरकार को कोरोना संक्रमण से निपटने में पूरी तरह नाकाम करार दिया है। कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस से बातचीत करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने राज्य की बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी शुरू दिन से कोरोना से वैश्विक महामारी की तरह लड़ने की बजाय उसे अपनी सरकार और अपनी पार्टी के फायदा पहुंचाने के नज़रिए से लड़ रही थी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पहले दिन ही ऐलान कर दिया था कि कांग्रेस कोरोना के खिलाफ पूरी तरह से सरकार के साथ है किंतु जिस तरह से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बार भी कांग्रेस समेत किसी भी विपक्षी नेता से कोई सलाह मशविरा करना तो दूर की बात मिलना भी गवारा नहीं समझा उसी का नतीजा है कि आज राज्य में संक्रमण सरकार तक पहुंच गया और पूरी सरकार क्वेरेन्टीन ही नहीं हो गयी बल्कि पूरा शासन तंत्र आज आईसीयू में चला गया है।
सतपाल महाराज प्रकरण पर भी तीखा हमला
धस्माना ने सतपाल महाराज प्रकरण में भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि क्या मंत्री और मुख्यमंत्री ये समझ रहे थे कि कोरोना सत्ताधारियों भी संक्रमित नहीं करेगा, धस्माना ने कहा कि आखिरी कैबिनेट की बैठक में सतपाल महाराज को भाग लेने से क्यों नहीं रोका गया जबकि उनके निजी आवास पर क्वेरेन्टीन का नोटिस चस्पा हो चुका था ?
उन्होंने कहा कि पिछले सत्तर दिनों में राज्य भर में कोरोना से संबंधित विभिन्न प्रकार के मामलों में तीन हज़ार से ज्यादा लोगों पर मुकदमे कायम हो चुके हैं तो इस लापरवाही पर क्या और किसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी?
धस्माना ने कहा कि इतनी बड़ी लापरवाही जिससे राज्य का पूरा तंत्र ही लकवाग्रस्त हो गया है इस की धाराएं मुख्यमंत्री खुद तय करें। धस्माना ने कहा कि सरकार के मुख्यमंत्री मंत्रीगण मुख्यसचिव व अनेक सचिव क्वेरेन्टीन होने की खबर से पूरे सचिवालय में कर्मचारियों में डर और दहशत का वातावरण है और पूरे राज्य के लोग भी भय से आशंकित हैं।
त्रिवेंद्र सरकार राज्य की इस स्थिति के लिए जिम्मेदार
धस्माना ने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार राज्य की इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रवासियों के मामले में भी कांग्रेस की सलाह नहीं मानी
जिसके कारण आज राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा जो दस दिन पहले 60 से नीचे था आज ग्यारह सौ पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि क्वेरेन्टीन सेंटरों की हालत खराब हैं और कई लोगों की मौत इन सेंटरों में हो गयी है।
धस्माना ने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार ने पूरे प्रदेश को एक अंधेरी सुरंग में धकेल दिया है और स्वयं पहले 70 दिन साफा बांध कर घर पर बैठे रहे और अब तो क्वेरेन्टीन का बेहतरीन बहाना मिल गया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता बीजेपी को कभी माफ नहीं करेगी।