देहरादून। 31 जुलाई को हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज में नीट -पीजी 2020- 21 के पाठ्यक्रमों की रिक्त सीटों को भरने के लिए काउंसलिंग कराई गई थी ।
इस काउंसलिंग में डॉक्टर अंकित जैन अपने पिता डॉक्टर सतीश जैन के साथ आया था । इनका आवास हरियाणा के जिला हिसार में है ।
कॉउंसलिंग के दौरान यह दोनों व्यक्ति मेडिकल कॉलेज के स्टाफ, अन्य छात्र-छात्राओं और काउंसलिंग के लिए आए अभ्यर्थियों से मिले।
काउंसलिंग पूरी होने के बाद शाम को लगभग 6:00 बजे डॉक्टर अंकित के पिता ने प्राचार्य को बताया कि उनका पुत्र कोरोना संक्रमित है ।
उसका सैंपल भी लिया गया है, अतः वह पीजी की कक्षाओं में कुछ दिन नहीं आ पाएगा ।
इसके लिए 15 दिन की छुट्टी का आवेदन किया गया ।
हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, जौली ग्रांट के प्राचार्य ने इन पिता-पुत्र के खिलाफ डोईवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवा दिया ।
प्राचार्य डॉक्टर धस्माना ने रिपोर्ट में बताया कि डॉक्टर अंकित जैन ने कोरोना संक्रमित होने के बावजूद जानबूझ कर इसकी जानकारी संस्थान को नहीं दी ।
इस प्रकार उन्होंने अनेक लोगों के जीवन को खतरे में डाला ।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर पिता-पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है ।