Event Review https://eventreview.in Event Review Sat, 27 Apr 2024 08:44:05 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5.2 230734881 देश को गुलाम बनाने वालों के साथ कोई समझौता नहीं करूंगा- पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान https://eventreview.in/i-will-not-compromise-with-those-who-enslave-the-country-former-prime-minister-imran-khan/ https://eventreview.in/i-will-not-compromise-with-those-who-enslave-the-country-former-prime-minister-imran-khan/#respond Sat, 27 Apr 2024 08:44:05 +0000 https://eventreview.in/?p=8916 देश पर सबसे खराब तानाशाही थोपी गई, जो न्यायपालिका की बर्बादी का आधार बन रही है – इमरान खान

इस्लामाबाद। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर देश की सेना और सरकार पर निशाना साधा। साथ ही उन अटकलों को दूर कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि वह मौजूदा हालातों को सुधारने के लिए सत्ताधारियों से बात करने को तैयार हैं। खान ने देश को गुलाम बनाने वालों के साथ समझौता करने से इनकार करते हुए कहा कि वह नौ साल और जेल में रहने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनके साथ कभी कोई समझौता नहीं करेंगे।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 28वें स्थापना दिवस के अवसर पर जारी एक संदेश में खान ने कहा कि देश पर सबसे खराब तानाशाही थोपी गई है जो अर्थव्यवस्था, सरकारी शासन, लोकतंत्र और न्यायपालिका की बर्बादी का आधार बन रही है। उन्होंने देश को बर्बादी की ओर बढ़ने से रोकने में हर व्यक्ति से अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, ‘यह मेरा राष्ट्र के लिए संदेश है कि मैं देश की वास्तविक स्वतंत्रतता के लिए कोई भी बलिदान दूंगा, लेकिन कभी भी अपने या अपने देश की स्वतंत्रता से समझौता नहीं करूंगा।’ खान ने कहा कि वह पिछले नौ महीनों से फर्जी और मनगढ़ंत मामलों में जेल में बंद हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर मुझे नौ साल और जेल में रहना पड़ा तो मैं जेल में रहने के लिए तैयार हूं, लेकिन देश को गुलाम बनाने वालों के साथ कभी कोई समझौता नहीं करूंगा।’

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चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बाद बोले अखिलेश यादव, ‘भाजपाई शर्मिंदा हैं और .. https://eventreview.in/after-voting-in-the-second-phase-of-elections-akhilesh-yadav-said-bjp-is-embarrassed-and/ https://eventreview.in/after-voting-in-the-second-phase-of-elections-akhilesh-yadav-said-bjp-is-embarrassed-and/#respond Sat, 27 Apr 2024 07:02:44 +0000 https://eventreview.in/?p=8913 नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दूसरे चरण के लिए 13 राज्यों में मतदान किए गए। वहीं दूसरे चरण के मतदान सम्पन्न होने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा ‘दूसरे चरण में दिन भर ये एक अजब रूझान देखने को मिला कि हर बूथ पर ‘इंडिया गठबंधन’ के समर्थन में वोट डालनेवाले हर समाज और वर्ग के मतदाताओं का आना लगातार बढ़ता गया, वहीं दूसरी तरफ भाजपा के मतदाता कम से और कम होते चले गये।

अखिलेश यादव ने आगे लिखा, ‘दरअसल भाजपा के हताश, निराश समर्थकों के बीच भाजपा की ऐतिहासिक हार की पुख्ता बात बुरी तरह से फैल चुकी है. उनके संगी-साथी भी कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं. भाजपाई नेताओं के उलूल-जुलूल बयानों से भाजपाई शर्मिंदा भी हैं और अंदर से नाराज भी.’ बीजेपी को भी डर है हार का।

बीजेपी की और ये जारी किए गए बयानों को ऊपर अखिलेश यादव ने लिखा, ‘आखिरकार उन्हें भी तो समाज के बीच ही रहना है. राजनीतिक बयानबाजी के चक्कर में पड़कर वो अपने और अपने परिवारवालों के सामाजिक संबंधों को समाज के बीच खराब नहीं करना चाहते हैं. वो भी जानते हैं कि सामाजिक सौहार्द में ही सबकी भलाई और तरक्की के अवसर होते हैं. दूसरे चरण ने तस्वीर और साफ कर दी है : अबकी बार, भाजपा साफ!’

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कुमाऊं के जंगलों की आग बुझाने में लगे वायुसेना के हेलीकॉप्टर https://eventreview.in/air-force-helicopters-engaged-in-extinguishing-the-forest-fires-of-kumaon/ https://eventreview.in/air-force-helicopters-engaged-in-extinguishing-the-forest-fires-of-kumaon/#respond Sat, 27 Apr 2024 06:25:29 +0000 https://eventreview.in/?p=8908 वन संपदा को पहुंचा भारी नुकसान 

नैनीताल। कुमाऊं के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने शनिवार से भीमताल झील से पानी भरकर जंगलों में पानी डालने का काम करना शुरू कर दिया है। शनिवार की सुबह वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी भरकर नैनीताल के जंगलों में लगी आग पर डाला। वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी ने बताया कि जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद ली गई है।

मेलकनी ने बताया कि हेलीकॉप्टर ने अभी तक तीन बार झील से पानी भरकर जंगलों में लगी आग पर डालना शुरू कर दिया है। मेलकानी ने बताया कि वन विभाग के कर्मचारी भी आग बुझाने में लगे हुए हैं। आग से भीमताल, पाइंस, रानीबाग, सातताल, बेतालघाट और रामगढ़ के जंगलों की वन संपदा को भारी नुकसान पहुंचा है।

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व्हाट्सएप ने दिया दिल्ली हाई कोर्ट को जवाब, कहा- भारत में बंद कर देंगे काम https://eventreview.in/whatsapp-replied-to-delhi-high-court-said-will-stop-working-in-india/ https://eventreview.in/whatsapp-replied-to-delhi-high-court-said-will-stop-working-in-india/#respond Sat, 27 Apr 2024 05:46:36 +0000 https://eventreview.in/?p=8905 जानिए किया था पूरा मामला 

नई दिल्ली। टेक कंपनियों पर सरकार 2021 से ही शिकंजा कस रही है। सरकार का कहना है कि भारत में बिजनेस करना है तो सभी टेक कंपनियों को सरकार के नियमों का पालन करना होगा, लेकिन कुछ कंपनियों को इससे दिक्कत है, हालांकि कुछ मामलों में यह दिक्कत जायज भी है। ताजा मामला WhatsApp का है। WhatsApp और सरकार की अनबन अब आरपार वाली हो गई है। भारत सरकार और व्हाट्सएप के बीच यह विवाद साल 2021 से चल रहा है। यह पूरा मामला आईटी नियम 2021 से जुड़ा है। उस दौरान जब संशोधित आईटी नियम लागू हुआ तो उसमें यह कहा गया कि सोशल मीडिया कंपनियों को मैसेज के सोर्स की जानकारी देनी होगी। मेटा के स्वामित्व वाले इंस्टैंट मल्टीमीडिया मैसेजिंग एप WhatsApp ने इसका विरोध किया। WhatsApp ने कहा कि यह संभव नहीं है। विवाद बढ़ने पर यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट में पहुंचा और आज तीन साल बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है।

WhatsApp की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट में कहा गया है कि वह अपने प्लेटफॉर्म के एन्क्रिप्शन को नहीं तोड़ेगी। यदि कंपनी को ऐसा करने के लिए मजबूर किया जाएगा या दबाव डाला जाएगा तो वह भारत से चले जाना पसंद करेगी। दरअसल मेटा ने सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के नियम 4(2) को चुनौती दी है जिसमें यह प्रावधान है कि सोशल मीडिया कंपनी किसी खास मैसेज के पहले सेंडर की जानकारी दे यानी सबसे पहले किसी मैसेज को किसने भेजा इसकी जानकारी देनी होगी। आईटी नियम के मुताबिक यदि किसी मैसेज पर कोई विवाद या हिंसा होती है तो कंपनी को यह बताना होगा कि सबसे पहले उस मैसेज को किसने भेजा जिस पर विवाद या हिंसा हुई।
WhatsApp की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट में कहा गया है कि व्हाट्सएप का इस्तेमाल लोग इसलिए करते हैं क्योंकि यह एन्क्रिप्टेड है और लोगों को इसकी प्राइवेसी पर भरोसा है। यूजर्स ये जानते हैं कि WhatsApp पर भेजे गए मैसेज एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड होते हैं। ऐसे में उनके मैसेज को कोई भी नहीं पढ़ सकता है, लेकिन एन्क्रिप्शन तोड़ने के बाद इसकी प्राइवेसी खत्म हो जाएगी। अगर भारत सरकार ने एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए मजबूर किया तो हमें देश छोड़ना होगा। बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट के मुताबिक व्हाट्सएप की तरफ से दिल्ली हाईकोर्ट में वकील तेजस कारिया ने कार्यवाहक चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा की पीठ से कहा कि एक प्लेटफॉर्म के तौर पर हम कह रहे हैं कि अगर हमें एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा जाता है, तो हम यहां से चले जाएंगे। व्हाट्सएप की ओर से कहा गया कि यदि वास्तव में ऐसा किया जाए तो हमें मैसेजों की एक पूरी चेन तैयार रखनी होगी, क्योंकि हमें नहीं पता है कि कौन से मैसेज को कब डिक्रिप्ट करने के लिए कह दिया जाए। इसके लिए अरबों मैसेज को सालों तक स्टोर करना होगा।
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उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा बोर्ड – उत्तरकाशी के राहुल व्यास ने दसवीं की परीक्षा में किया टॉप https://eventreview.in/uttarakhand-sanskrit-education-board-rahul-vyas-of-uttarkashi-topped-the-10th-class-examination/ https://eventreview.in/uttarakhand-sanskrit-education-board-rahul-vyas-of-uttarkashi-topped-the-10th-class-examination/#respond Sat, 27 Apr 2024 05:10:34 +0000 https://eventreview.in/?p=8902 12वीं में पौड़ी गढ़वाल के आयुष ममगाई ने किया टॉप

दसवीं में 754 और 12वीं में 722 छात्रों ने दी थी परीक्षा 

देहरादून।  उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद हरिद्वार की ओर से 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम जारी किए गए। प्रदेश में उत्तराखंड संस्कृत बोर्ड से इस बार दसवीं में 754 और 12वीं में 722 छात्रों ने परीक्षा दी थी। जिनमें कक्षा 10 की बोर्ड की परीक्षा में उत्तरकाशी के राहुल व्यास और 12वीं में पौड़ी गढ़वाल के आयुष ममगाई ने प्रदेश में टॉप किया। प्रकाश व्यास श्री विश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय उत्तरकाशी के छात्र हैं। जबकि आयुष ममगाई ब्रिगेडियर विद्दाधर जुयाल संस्कृत विद्यालय भुवनेश्वरी सिद्धपीठ झोंजल, सितोनस्यूं पौड़ी गढ़वाल के छात्र हैं।

वहीं दसवीं में श्री जयदयाल अग्रवार संस्कृत विद्यालय श्रीनगर पौड़ी गढ़वाल के सक्षम प्रसाद ने प्रदेश में दूसरा और दुर्गादत्त कपिलाश्रमी संस्कृत महाविद्याल हल्द्वानी नैनीताल के जगदीश चंद्र तिवारी ने तीसरा स्थान पाया। 12वीं में पंजाब सिंध क्षेत्र साधु महाविद्याल ऋषिकेश के दीक्षांत डंगवाल और श्री शिवनाथ संस्कृत महाविद्याल देहरादून की रिंकी बरिहा ने प्रदेश में दूसरा स्थान पाया। वहीं पंजाब सिंध क्षेत्र साधु महाविद्याल ऋषिकेश के नीरज बिजल्वाण और  श्री शिवनाथ संस्कृत महाविद्याल के दिशु को तीसरा स्थान मिला।

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चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं- मुख्यमंत्री https://eventreview.in/all-arrangements-should-be-completed-before-the-start-of-chardham-yatra-chief-minister/ https://eventreview.in/all-arrangements-should-be-completed-before-the-start-of-chardham-yatra-chief-minister/#respond Sat, 27 Apr 2024 04:50:52 +0000 https://eventreview.in/?p=8899 विभागीय सचिव यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करें

मुख्य सचिव प्रत्येक सप्ताह चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की करेंगी बैठक

डीजीपी चारधाम यात्रा का स्थलीय निरीक्षण कर पुलिस और कानून व्यवस्थाओं का लेंगे जायजा

बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा मार्ग पर जग्ह-जगह प्राईवेट हेल्थकेयर टेस्टिंग किट की होगी व्यवस्था

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले यात्रा मार्गों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों के सचिव यात्रा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं समय पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा की सभी तैयारियों को लेकर साप्ताहिक समीक्षा बैठक की जाए। चारधाम यात्रा में यातायात प्रबंधन और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए डीजीपी को भी चारधाम यात्रा से पूर्व स्थलीय निरीक्षण के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं। बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा मार्ग पर जग्ह-जगह प्राईवेट हेल्थकेयर टेस्टिंग किट की व्यवस्था की जायेगी।

चारधाम यात्रा मार्गों पर प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा देश-दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि देवभूमि उत्तराखण्ड का अच्छा संदेश देश और दुनिया तक जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि यात्रा मार्गों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन के लिए चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई जाए।

घोड़े और खच्चर चालकों का किया जायेगा वेरिफिकेशन 

चारधाम यात्रा के लिए घोड़ा और खच्चर चालकों का वेरिफिकेशन कराया जाए। तथा सभी का पुलिस और आपराधिक रिकॉर्ड चेक कर लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि जो भी घोड़े और खच्चर चारधाम यात्रा में लगाये जाएं उनका स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही पंजीकरण किया जाए। घोड़े और खच्चरों के लिए गर्म पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाय।

चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से शालीनतापूर्ण व्यवहार किया जाए

मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा मार्गों पर विद्युत, पेयजल और सड़कों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्गों पर जगह-जगह बने शौचालयों को दुरस्त किया जाए एवं महिलाओं के लिए पृथक शौचालय की व्यवस्था की जाए। चारधाम यात्रा से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मचारी शालीनता एवं सहनशीलता का परिचय दें, यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता न हो। यात्रा ड्यूटी में तैनात सुरक्षाकर्मी अलर्ट मोड पर रहें। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक छह घंटे के बाद सुरक्षा में तैनात कर्मियों को आराम दिया जाए। यात्रा में आने वाले वाहन चालकों के रहने और सोने की उचित व्यवस्था की जाए। यह भी प्रयास हो कि चारधाम यात्रा में जाने वाले वाहनों में दो-दो वाहन चालकों की व्यवस्था हो। वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए।

चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं समय पर मिल सके, इसके लिए सूचना तंत्र मजबूत किया जाए

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा के कुशल प्रबंधन के लिए सभी विभाग अलर्ट मोड पर रहें। श्रद्धालुओं को मौसम से संबंधित जानकारी, यातायात प्रबंधन और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी समय पर प्राप्त हो, इसके लिए श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं ससमय प्राप्त हो इसके लिए सोशल मीडिया का बेहतर प्रयोग किया जाए। होटल, गेस्ट हाउस एवं होम स्टे में चारधाम यात्रा संबंधित निर्देशिका विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। इस निर्देशिका में चारधाम के साथ ही अन्य पर्यटक स्थलों की जानकारी भी विस्तृत रूप से दी जाए।

10 मई 2024 को श्री केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे जबकि 12 मई 2024 को श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। अभी तक चारधाम यात्रा के लिये 15 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करा चुके है।

वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए भी अलर्ट मोड पर रहें अधिकारी- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इस समय चारधाम यात्रा के साथ ही वनाग्नि को रोकना महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने कहा कि वनाग्नि की रोकथाम के लिए वन विभाग के अलावा अन्य विभाग भी अलर्ट मोड पर रहें। वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए सूचना तंत्र और मजबूत किया जाए। क्विक रिस्पांस टाईम कम से कम किया जाए। वनाग्नि पर प्रभावी रोकथाम के लिए स्थानीय स्तर पर लोगों का सहयोग लिया जाए।

बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल,  बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, डीजीपी  अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, अरविन्द सिंह ह्यांकी, डॉ. रंजीत सिन्हा, डॉ. आर. राजेश कुमार, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, सूचना महानिदेशक  बंशीधर तिवारी एवं चारधाम यात्रा से जुड़े विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और वर्चुअल माध्यम से संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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विकास के दावों के बीच भूख की त्रासदी झेलने के लिए लोग मजबूर https://eventreview.in/amidst-claims-of-development-people-are-forced-to-face-the-tragedy-of-hunger/ https://eventreview.in/amidst-claims-of-development-people-are-forced-to-face-the-tragedy-of-hunger/#respond Sat, 27 Apr 2024 04:41:21 +0000 https://eventreview.in/?p=8896  विश्‍वनाथ झा
यह अपने आप में एक बड़ा विरोधाभास है कि जिस दौर में दुनिया भर में अर्थव्यवस्था के चमकते आंकड़ों के जरिए लगातार विकास का हवाला दिया जाता है, उसमें करोड़ों लोगों को पेट भरने के लिए खाना तक नहीं मिलता है। यह अफसोसनाक हकीकत एक तरह से विकास के दावों के सामने आईना है, जो इस बात पर विचार करने जरूरत को रेखांकित करता है कि इसकी दिशा क्या है और आखिर यह किसके लिए है।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को ‘ग्लोबल रिपोर्ट आन फूड क्राइसिस’ यानी खाद्य संकट पर वैश्विक रिपोर्ट में यह खुलासा किया कि विश्व के उनसठ देशों के लगभग 28.2 करोड़ लोग सन 2023 में भूख से तड़पने को लाचार हुए। भूख का सामना करने वाले लोगों की तादाद 2022 के मुकाबले 2.4 करोड़ ज्यादा रही।रिपोर्ट के मुताबिक, भूखे रहने वालों में बच्चे और महिलाएं सबसे ज्यादा हैं। इसके अलावा, बत्तीस देशों में पांच वर्ष से कम उम्र के 3.6 करोड़ अधिक बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं। साथ ही युद्ध और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की वजह से बढ़ते विस्थापन के बीच पिछले वर्ष कुपोषण की समस्या और ज्यादा गहरी हो गई।

सवाल है कि दुनिया भर में और खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय संगठनों में अगर भूख सहित कई बड़ी समस्याओं से लड़ने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की बात की जाती है तो इस त्रासदी के लिए किसे जवाबदेह ठहराया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यह बताया गया है कि बीस देशों में भूख की मुख्य वजह वहां चल रहे हिंसक संघर्ष थे।

दूसरा बड़ा कारण यह था कि बढ़ते तापमान या मौसम से संबंधित आपदाओं, कीटों के हमले और महामारी के बीच करीब सात करोड़ सत्तर लाख से ज्यादा लोगों को उच्च स्तर की गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना करना पड़ा। इसी तरह, खाने-पीने की चीजों की महंगाई, आयातित खाद्य वस्तुओं पर निर्भरता, उच्च ऋण स्तर आदि वजहों से भी लोगों को भूख की समस्या से रूबरू होना पड़ा। सवाल है कि संयुक्त राष्ट्र की ओर से या वैश्विक स्तर पर भुखमरी के लिए जिन कारणों को चिह्नित किया गया है, उसका हल निकालने की कोशिश किसे करनी है और वह कब होगा।

यह एक जगजाहिर तथ्य है कि संयुक्त राष्ट्र या फिर अन्य संस्थाओं की ओर से विश्व भर में भूख के संकट पर अक्सर अध्ययन रपटें जारी की जाती हैं। उसमें कारण भी बताए जाते हैं। मगर उन्हें दूर करने को लेकर बात औपचारिकताओं से आगे नहीं बढ़ पाती। अन्यथा क्या वजह है कि वर्षों से भुखमरी के हालात कायम रहने के बावजूद इस दिशा में अब तक कोई ठोस हल सामने नहीं आ सका है। उल्टे आर्थिक और सामरिक स्तर पर दुनिया के ताकतवर देश भुखमरी की त्रासदी की ओर ध्यान दिलाए जाने पर भी उसके समाधान को लेकर शायद ही कोई रुचि दिखाते हैं। गरीबी, जलवायु परिवर्तन आदि से उपजी समस्याओं से अगर कोई देश ज्यादा प्रभावित होता है तो सक्षम देश उनकी मदद के लिए क्या करते हैं? संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि युद्धग्रस्त गाजा में सबसे ज्यादा लोगों ने अकाल की गंभीर स्थिति का सामना किया। सवाल है कि संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्था के होते हुए भी युद्धग्रस्त इलाकों में ऐसे हालात कैसे लंबे समय तक बने रहते हैं और युद्ध को खत्म कराने के प्रयास महज दिखावे के क्यों साबित होते हैं कि लोगों के सामने भूख से तड़पने की नौबत आती है।

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आईपीएल 2024 के 42वें मैच में आज कोलकाता नाइटराइडर्स से भिड़ेगी पंजाब किंग्‍स https://eventreview.in/punjab-kings-will-face-kolkata-knight-riders-today-in-the-42nd-match-of-ipl-2024/ https://eventreview.in/punjab-kings-will-face-kolkata-knight-riders-today-in-the-42nd-match-of-ipl-2024/#respond Fri, 26 Apr 2024 12:19:02 +0000 https://eventreview.in/?p=8893 कोलकाता। आईपीएल 2024 के 42वें मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) का सामना पंजाब किंग्‍स (PBKS) से होना है। यह मैच 26 अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन्‍स में खेला जाएगा। कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम शानदार फॉर्म में हैं। कोलकाता की टीम ने अपने पिछले मैच में आरसीबी को 1 रन से मात दी थी। वहीं, पंजाब किंग्‍स की टीम 8 मैचों में दो जीत के साथ प्‍वाइंट्स टेबल में 9वें स्‍थान पर हैं। पंजाब को अपने आखिरी मैच में गुजरात से तीन विकेट की शिकस्‍त मिली थी।

कोलकाता नाइटराइडर्स ने पिछले दो मैचों में लगातार 200 रन का आंकड़ा पार किया और एक बार फिर वो अपने होमग्राउंड पर धमाकेदार प्रदर्शन करने को बेकरार होगी। वहीं, पंजाब की कोशिश प्‍लेऑफ की रेस में बने रहने की होगी, जिसके लिए उसे हर हाल में जीत की जरुरत है। चलिए जानते हैं कि इस रोमांचक मैच में पिच किसके लिए मददगार साबित हो सकती है।

कोलकाता के ईडन गार्डन्‍स पर कई हाई स्‍कोरिंग मैच देखने को मिले हैं और यहां शुक्रवार को भी रन की बरसात होती हुई नजर आ सकती है। कोलकाता में तेज गेंदबाजों की इकोनॉमी 10.74 जबकि स्पिनर्स की 9.31 रही है। यहां ज्‍यादातर सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती की फिरकी का जादू चलते दिखा है। उम्‍मीद की जा सकती है कि ईडन गार्डन्‍स पर एक बार फिर हाई स्‍कोरिंग मैच देखने को मिलेगा।

कोलकाता नाइटराइडर्स और पंजाब किंग्‍स के बीच आईपीएल में अब तक कुल 32 बार भिड़ंत हुई है। कोलकाता नाइटराइडर्स का पलड़ा भारी है, जिसने 21 मुकाबलों में जीत दर्ज की है। वहीं, पंजाब किंग्‍स की टीम 11 मैचों में जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। ईडन गार्डन्‍स पर दोनों टीमों के बीच कुल 12 मैच खेले गए हैं। यहां भी केकेआर हावी है, जिसने 9 जीत दर्ज की। पंजाब की टीम केवल तीन मैच जीतने में सफल रही है।

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देहरादून। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की ओर से शुक्रवार को हीट वेव की तैयारियों के संबंध में राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला में हीट वेव से बचाव को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। इस कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया।
कार्यशाला में मौसम केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने हीट वेव के विभिन्न चरणों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि अगर मैदानी क्षेत्रों में चालीस डिग्री तथा पहाड़ी क्षेत्रों में तीस डिग्री तक तापमान पहुंच जाता है, तब हीट वेव की परिस्थितियां उत्पन्न होने की संभावना बनती हैं। अगर किन्हीं दो जगहों का तापमान लगातार दो दिन सामान्य से साढ़े चार से साढ़े छह डिग्री ऊपर ;मैदानों में चालीस डिग्री से ऊपर तथा पहाड़ों में तीस डिग्री से ऊपर रहना अनिवार्यद्ध चला जाए तो हीट वेव मानी जाती है।
उन्होंने बताया कि गर्म हवा की एक स्थान पर लंबे समय तक मौजूदगी, ऊपरी वायुमंडल में नमी की कमी तथा साफ आसमान हो तो हीट वेव के हालात उत्पन्न होने की संभावना रहती है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में मई के अंतिम सप्ताह तथा जून प्रथम सप्ताह में तापमान सबसे ज्यादा रहता है। रोहित थपलियाल  के अनुसार मौसम विभाग कलर कोडेड वार्निंग जारी करता है। इनमें ग्रीन, येलो, आरेंज तथा रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इसके साथ क्या-करें, क्या न करें संबंधी जानकारी भी आम लोगों के लिए साझा की जाती है।
गर्मी से बचना जरूरी, करें यह उपाय
स्वास्थ्य विभाग से डॉ. सुजाता ने अत्यधिक गर्मी से बचने के उपायों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गर्मी जानलेवा भी हो सकती है, इसलिए एहतियात बरतने बहुत जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी लगने से व्यक्ति में अत्यधिक थकान, कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, जी मिचलाना, शरीर में ऐंठन, तेज धड़कन, भ्रम की स्थिति आदि लक्षण दिखने लगते हैं। इसके लिए जरूरी है कि खूब पानी पीएं, प्यास न लगी हो तब भी पानी पीते रहें। गर्मी का सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों पर पड़ता है, इसलिए एहतियात जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक घर से बाहर जाने से बचना चाहिए, साथ ही महिलाओं को इस समय खाना बनाने से परहेज करना चाहिए।
डॉ. विमलेश जोशी ने कहा कि हीट वेव या अत्यधिक गर्मी से जितना खतरा इंसानों को है, उतना ही खतरा पशुओं को भी होता है, इसलिए उनका ख्याल रखना भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि धूप में खड़ी कार में बच्चों को न छोडे, यह खतरनाक हो सकता है। साथ ही धूप में खड़ी कार में सीधे न बैठें। दरवाजे और खिड़की खोलकर रख दें ताकि कार से हानिकारक गर्म हवा बाहर निकल जाए।
यूएसडीएमए की मौसम विशेषज्ञ डॉ. पूजा राणा ने बताया कि भारत सरकार ने हीट वेव को वर्ष 2019 में प्राकृतिक आपदा घोषित किया है। उन्होंने कहा कि गर्मी से बचने के लिए मौसम विभाग के एलर्ट को सुनना और दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना जरूरी है। स्कूली बच्चों को गर्मी के प्रकोप से बचाने के लिए स्कूलों में प्रत्येक एक से डेढ़ घंटे के अंतराल में वॉटर बेल बजाई जानी चाहिए, ताकि बच्चों को याद रहे कि उन्हें पानी पीना है। इस दौरान प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास विशेषज्ञ जेसिका टेरोन, आईईसी विशेषज्ञ मनीष भगत के अलावा सभी जिलों के डीडीएमओ, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा, वन, उद्यान, पंचायती राज विभाग, पिटकुल, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस विभाग आदि विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
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राष्ट्रपति के दून प्रवास के दौरान अपराधियों ने कानून व्यवस्था का उड़ाया मखौल https://eventreview.in/during-the-presidents-stay-in-doon-criminals-made-mockery-of-law-and-order/ https://eventreview.in/during-the-presidents-stay-in-doon-criminals-made-mockery-of-law-and-order/#respond Fri, 26 Apr 2024 11:19:20 +0000 https://eventreview.in/?p=8887 पलटन बाजार की आगजनी की घटना जर्जर कानून व्यवस्था का नमूना – कांग्रेस

पुलिस की लापरवाही घटना के लिए जिम्मेदार- सूर्यकान्त धस्माना

देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने देहरादून के पलटन बाजार आगजनी मामले में राज्य की भाजपा सरकार व राजधानी पुलिस पर जबरदस्त प्रहार किया । और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दोषी अधिकारियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्यवाही की मांग की।

उन्होंने कहा कि यह संयोग है कि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में लगातार दूसरी बार ऐसा हुआ है कि देश की महामहिम राष्ट्रपति की राज्य की राजधानी में मौजूदगी में पहली बार रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में दिन दहाड़े पुलिस मुख्यालय से सौ कदम की दूरी पर दुस्साहसी डकैती को अंजाम दिया गया था । और इस बार भी शहर के बीचों बीच देहरादून के हृदय स्थल पलटन बाजार में कोतवाली से मात्र सौ कदम की दूरी पर रात्रि एक बजे एक्टिवा स्कूटर सवार ने आराम से  कर बोतल से ज्वलंतशील पदार्थ दुकान के शटर के नीचे से डाल कर तीन मंजिला रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान को आग के हवाले कर दिया।

यह घटना मात्र आगजनी की नहीं बल्कि एक ऐसी घटना है जो देहरादून की कानून व्यवस्था के खोखले पन और ध्वस्त पड़ी कानून व्यवस्था की पोल खोलती है।

धस्माना ने कहा कि राजधानी देहरादून में भारतीय मिल्ट्री अकादमी, विधानसभा भवन,आईआईपी, आई आर डी ई, ऑर्डनेंस फैक्ट्री व अनेक राष्ट्रीय महत्व के संस्थान हैं।

मुख्यमंत्री,राज्यपाल समेत तमाम मंत्रीगण विधायक यहां रहते हैं और सबसे बड़ी बात यह कि देश की राष्ट्रपति राजधानी में दो दिवसीय प्रवास व अनेक कार्यक्रमों के लिए राजधानी में मौजूद थीं और तब किसी अपराधी ने यह घटना दुस्साहसी तरीके से अंजाम दे दी यह बहुत बड़ी सुरक्षा चूक का मामला है जिसे राज्य सरकार व मुख्यमंत्री जो प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं गंभीरता से लेना चाहिए और दोषी पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही भी करनी चाहिए।

धस्माना ने कहा कि अगर उक्त मामले में अपराधी की शीघ्र गिरफ्तारी और लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी सड़क पर आंदोलन करेगी।

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