खाद्य निर्माण इकाईयों की जांच के निर्देश, फूड लाइसेंस पर दवा बनाने का प्रकरण आने से हरकत में विभाग
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अपर आयुक्त ताजबर जग्गी बोले फूड लाइसेंस पर बन उत्पादों की होगी जांच, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
सभी जिलों के ड्रग इंस्पेक्टर और खाद्य संरक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी
देहरादून। उत्तराखंड में फूड लाइसेंस पर साइकोट्रापिक दवाओं के के निर्माण का मामला सामने आने के बाद राज्यभर में खाद्य निर्माण इकाईयों की जांच का निर्णय लिया गया है। अपर आयुक्त एफडीए ताजबर सिंह जग्गी की ओर से इस संदर्भ में सभी जिलों के ड्रग इंस्पेक्टर और खाद्य संरक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
बता दें कि औषधि विभाग, पुलिस व एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की संयुक्त टीम ने लांघा रोड, सहसपुर में फूड लाइसेंस पर चल रही एक फैक्ट्री में छापा मारकर साइकोट्रापिक व अन्य दवाओं का जखीरा पकड़ा था। वहीं, बीते साल सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में फूड लाइसेंस पर मल्टीविटामिन बनती मिली थी। जिस पर फैक्ट्री सील कर दी गई थी। इससे पहले रुड़की में भी नकली दवा फैक्ट्री फूड लाइसेंस पर चल रही थी। फूड लाइसेंस पर दवाओं के निर्माण के लगातार मामले सामने आ रहे हैं।
जिसके बाद अब विभाग ने राज्य में फूड लाइसेंस के आधार पर चल रही तमाम निर्माण इकाईयों की जांच का निर्णय लिया है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि विभाग के सभी जिला स्तर के अधिकारियों को इसके निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए लगातार छापेमारी करने को कहा गया है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि सभी ड्रग इंस्पेक्टरों को भी अपने अपने क्षेत्र में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।