देहरादून। आरपी ईश्वरन, निवासी मसूरी रोड निकट मैक्स अस्पताल देहरादून के घर पर चार हथियारबन्द लोगों द्वारा की गयी लूट की घटना के सम्बन्ध में थाना राजपुर पर सम्बन्धित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था। जिसमें कार्यवाही करते हुए दून पुलिस ने पूर्व में 06 अभियुक्तों, विरेन्द्र सिहं उर्फ ठाकुर साहब, मौ0 अदनान, मुजीबुर्ररहमान उर्फ पीरू, फुरकान, फिरोज तथा हैदर अली को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उन्होने लूट से प्राप्त ज्वैलरी को मोहम्मद अरशद पुत्र मौ0 नईम निवासी- बुलबुलेखाना, सीताराम बाजार, थाना चांदनी महल, दिल्ली-6, नाम के व्यक्ति, जिसकी जामा मस्जिद के पास चूडीवालान तितली बाजार में ज्वैलर्स की दुकान है, के माध्यम से बेचा गया था। जिस पर तत्काल पुलिस टीम गठित कर प्रकाश में आये अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु सम्भावित स्थलों को रवाना किया गया। दिनाँक: 03-10-2019 को पुलिस टीम को मुखबिर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि अभियुक्त मौ0 अरशद लूट की घटना से प्राप्त ज्वैलरी को बेचने के लिये चूडीवालान चौक पर आने वाला है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त अभियुक्त को चूडीवालान चौक नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त की तलाशी लेने पर उसके पास से लूट की ज्वैलरी व नगदी बरामद हुई।
पूछताछ में अभियुक्त मौहम्मद अरशद द्वारा बताया गया कि मेरी जामा मस्जिद के पास चूडीवालान, तितली बाजार में ज्वैलर्स की दुकान है। देहरादून में हुई लूट की घटना में शामिल मौहम्मद अदनान मेरा भांजा है। घटना के बाद अदनान ने मुझे बताया कि उसने हैदर व अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 22 सितंबर को देहरादून में एक लूट की घटना को अंजाम दिया है। जिसमें उन्हें काफी सोने-चांदी के आभूषण व नकदी प्राप्त हुई है। अदनान व हैदर अपने साथ काफी सोने-चांदी के गहने लेकर आये थे, पर मेरी दुकान पर इतना ज्यादा सोना नहीं गलाया जा सकता था तो मैं अदनान व हैदर के साथ उक्त आभूषणों को गलाने दरीबा में गया, जहां काफी भट्टी वाले थे। दरीबा में हमारे द्वारा उक्त ज्वैलरी को गलाने व टंच करने के बाद उसे वहीं तितली बाजार में बेच दिया गया। ज्वैलरी को बेचने के बाद उससे प्राप्त रूपयों में से अदनान व हैदर द्वारा मुझे कुछ रूपये व कुछ ज्वैलरी कमिशन के तौर पर दी। आज जो ज्वैलरी मेरे पास से बरामद हुई है, वह उसी लूट की घटना की है। अदनान, हैदर व उसके अन्य साथी जो लूट व चोरी का माल लाते थे, मैं उसे बिकवाने व गलाने में उनकी मदद करता था, जिसका मुझे कमीशन मिलता था।