कल बृहस्पतिवार का दिन उत्तर भारत के लिये भयावह रहा |
बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर बिजली गिरने की घटना हुई |
बिहार में 83 जबकि उत्तरप्रदेश में 24 लोग आसमानी बिजली की चपेट में आ कर जान गंवा बैठे |
बिजली गिरने से इतनी अधिक मौतें एक साथ होना सामान्य नहीं है |
केवल इतना ही नहीं, अनेक लोग घायल भी हुए हैं |
वहीं बड़ी संख्या में मवेशी भी मारे गए हैं |
क्यों गिरती है बिजली ?
बादलों में धनात्मक कण उपर की तरफ, और (-) कण नीचे की तरफ इकठ्ठा होते रहते हैं |
जब इनका घनत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है तो इनके बीच विद्युत चार्ज जन्म लेता है | इसी को बिजली चमकना कहते हैं |
इसी तरह अलग अलग आवेश वाले दो बादलों के टकराने से भी बिजली चमकती है |
बिजली पृथ्वी या अर्थिंग की तरफ आकर्षित होती है |
यही बिजली जब अधिक उर्जा वाली होती है, तो पृथ्वी तक पंहुच जाती है | इसी को बिजली गिरना कहते हैं |
बिजली गिरना खतरनाक क्यों है ?
आसमानी बिजली से इतनी उर्जा निकलती है, कि आसपास की वायु का तापमान बढ़ कर 28,000 डिग्री सेल्सियस तक पंहुच जाता है |
अाप अंदाज लगा सकते हैं कि इतनी ऊर्जा या ऊष्मा अगर किसी चीज से टकराएगी, तो उसका क्या अंजाम हो सकता है |
यही कारण है कि बिजली गिरने से पेड़, भवन नष्ट हो जाते हैं |
फिर मानव और पशुओं का तो कहना ही क्या है |
उत्तराखंड पर भी हो सकता है खतरा ?
इस वर्ष मानसून का प्रारंभ ही भारी वर्षा के साथ हुआ है |
इससे अंदाज लगाया जा रहा है कि मानसूनी पवनों में आद्रता अधिक हो सकती है |
उत्तराखंड में चोटी और घाटी का उच्चावच काफी मोटाई वाले बादल बनाने की दशा निर्मित करता है |
अतः यहां भी बिजली गिरने की संभावना बनी रहती है |
ऊंची जगहों पर तो बादल और जमीन में दूरी कम होने के कारण हल्की फुल्की बिजली भी जमीन पर गिर जाती है |
उत्तर प्रदेश और बिहार में आकाशीय बिजली का तांडव देख कर उत्तराखंड को पहले से सचेत रहने की जरूरत है |
प्रशासन को भी सतर्कता बरतने और जागरूकता फैलाने की जरूरत है |
बिजली गिरने से बचाव
1) मौसम विभाग के संपर्क में रहें और गरज चमक वाले तूफ़ान की पूर्व सूचना पर घर से बाहर न निकलें
2) जब भी बिजली चमके फ़ौरन कहीं अंदर चले जाएँ
3) जब भी बिजली चमकती देखें फौरन ३० तक गिनें
अगर उसके पहले कड़कड़ाहट सुनाई दे तो मतलब बिजली गिरने वाली है
4) ऐसी स्थिति में आधे घंटे सब काम रोक कर घर में रहें
5) अगर आप खुले में हैं और कहीं छुपने की जगह नहीं है तो जमीन पर कछुए की तरह सिकुड़ कर बैठ जाएँ
6) भूल से भी किसी पेड़ के नीचे शरण न लें
पेड़ पर गिरती बिजली
7) कंक्रीट के फर्श और दीवारें बिजली की चालक हो सकती हैं, इनसे दूर रहें
8)पानी का प्रयोग करने से बचें
9)सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहें
10) मोबाइल फ़ोन का प्रयोग सुरक्षित है