Religion : कोरोना महामारी के कारण सभी धार्मिक आयोजन सांकेतिक कर दिए गए हैं।
IISc बेंगलुरु ने भविष्य में कोरोना महामारी के चिंताजनक आंकड़े दिए हैं।
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ऐसे में आज शनिवार को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि कनखल स्थित जगद्गुरु आश्रम पहुंचे
और जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज से कुंभ सहित कई मामलों पर चर्चा की।
जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा कि
- कई महाकुंभ के दौरान महामारी हुई, लेकिन महाकुंभ संपूर्ण हुए।
- कितनी भी आपदा और विपदा आई हो, लेकिन कुंभ हमेशा तय समय पर हुए।
- इस बार भी महाकुंभ नियत समय पर ही होगा।
उन्होंने राज्य सरकार को सलाह दी कि कुंभ की तैयारियों के लिए तेजी से जुट जाना चाहिए।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा
- कुंभ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 2021 में ही संपन्न कराया जाएगा।
- इसको लेकर सभी अखाड़े एकमत हैं।
- शास्त्रों के अनुसार कुंभ स्नान का मुहूर्त 2021 में ही है। इसलिए कुंभ के आयोजन पर कोई संशय नहीं है।
- कुंभ बजट की पहली किस्त जारी होने के बाद अखाड़ों में स्थायी निर्माण शुरू हो जाएंगे।
- मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठकों में कुंभ के दौरान संतों व श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग अखाड़ा परिषद ने रखी है।
- मुख्यमंत्री ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए समय पर सभी कार्य पूरे कराने और उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
- मुख्यमंत्री के साथ होने वाली अगली बैठक में एक बार फिर सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने राज्य सरकार की ओर से सहयोग का आश्वासन दिया।
मैंने अपनी ओर से कुंभ मेले को 2022 में कराने का सुझाव दिया था। कुंभ के आयोजन का निर्णय अखाड़ा परिषद को करना है। अखाड़ा परिषद जो निर्णय करेगी, उसी के अनुसार ही कुंभ होगा। – महामंडलेश्वर स्वामी यतीद्रानंद गिरि महाराज
महाकुंभ से संबंधित सभी कार्य समय पर पूरे कर लिए जाएंगे। कोविड-19 के चलते तैयारियों पर कुछ असर जरूर पड़ा है, लेकिन अब कार्यों में रफ्तार आई है। – शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक