देहरादून। राजधानी देहरादून में शारदीय नवरात्रि महोत्सव के दूसरे दिन का आयोजन माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर में किया गया। माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर में आज प्रातः काल विशेष पूजा अर्चना औऱ आरती के बाद श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया।
आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी ने नारी तू नारायणी अभियान के अंतर्गत संस्कृति ,परम्पराओं औऱ आधुनिकता में समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने कहा महिलाओं का एक बहुत बड़ा तबका आज भी परम्पराओं, रीति रिवाजों की आड़ में अपना चहुमुखी विकास नही कर पाता है उनको बार बार अबला या कमजोर होने का ताना दिया जाता है और उस की प्रतिभा और योग्यता रूढ़िवादिता औऱ परंपरा की भेंट चढ़ जाती है। साथ ही आधुनिकता की आड़ में दिशाविहीन होकर नशे, बुरी आदतों का अंधानुकरण तो रूढ़िवादिता से भी भयावह है, उन्होंने ज्ञान और विज्ञान के समन्वय पर जोर दिया उन्होंने कहा ज्ञान में आगे बढ़ो, विज्ञान में चरम तक पहुँचो, सावधान आधुनिकता की आड़ में अपनी अमूल्य संस्कृति और संस्कारों को मत भूलो।
महिला भजन मण्डलियों ने नंगे नंगे पांव चले आ गया री माँ तेरा पुजारी….. मैय्या तेरे चरणों की धूल जो मिल जाये, सच कहती हूँ मैय्या जीवन ही बदल जाये…. माँ मुरादें पूरी कर दे हलुवा बांटूंगी….. जैसे सुमधुर भजनों से वातावरण और भी भक्ति और शक्तिमय हो गया।
सायंकाल को माता का विशेष श्रृंगार और आरती की गई। आज के कार्यक्रम में आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी, पंडित भुवन शर्मा, पंडित संतोष
ढौंडियाल, गीता जोशी, मीना देवी, सरला जोशी व विमला जोशी आदि का विशेष सहयोग रहा।