इस कोरोना काल में जब लोग घर से भी निकलने से कतरा रहे हैं।
हॉस्पिटल जाने में संक्रमित होने का भय बना हुआ है।
ऐसी परिस्थिति में एक मुस्लिम युवक हारिस तुर्क ने आपात स्तिथि में रक्तदान कर के हिन्दू महिला और उसके होने वाले बच्चे की जान बचाई।
एक महिला को कॉसमॉस हॉस्पिटल मुरादाबाद में रेयर रक्त समूह ओ नेगेटिव की ज़रूरत पड़ने पर सामाजिक कार्यकर्ता हारिस तुर्क जो
परवाज़ फाउंडेशन के सदस्य हैं ने रात को 12 बजे जम्बो पैक रक्तदान कर महिला और उसके गर्भस्थ शिशु की जान बचाई।
13 अगस्त की रात को 11:32 पर कॉसमॉस अस्पताल मुरादाबाद से राजेंद्र नाम के एक व्यक्ति का फोन हारिस तुर्क के पास आया।
उसने बताया कि उसके साले की पत्नी को (जिसके पेट में 9 महीने का बच्चा था और प्लेटलेट्स सिर्फ 3 हज़ार रह गई थीं) ओ निगेटिव ब्लड की ज़रूरत है।
जो कि मुरादाबाद में कहीं नहीं मिल रहा है।
डॉक्टर्स ने सिर्फ एक घण्टे में जम्बो पैक का इंतज़ाम करने के लिए कहा था।
हारिस ने उनसे 20 मिनट का समय मांगा और किराये की गाड़ी लेकर अस्पताल पहुंच गए। 2:30 बजे रात रक्त दान कर वो घर लौटे।
अगले दिन राजेंद्र जी का फोन आया कि बेटा पैदा हुआ है और दोनों सही सलामत हैं, ये सुनकर जो सुकून मिला उसे बताया या समझाया नहीं जा सकता। – हारिस तुर्क
हारिस ने बताया कि परवाज़ फाउंडेशन का मकसद रक्तदान के लिए जागरूकता का प्रसार करना है।
रक्त की कमी से किसी की जान न जाये इसके लिए संस्था और उसके सदस्य प्रतिबद्ध हैं।
हारिस ने पूरे समाज से रक्त दान के लिए तत्पर रहने की अपील की।