NEET : कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कठिन दौर में जब पूरा विश्व जीवन के लिए जूझ रहा है, भारत के नौनिहालों ने अपनी मेहनत से इतिहास रच दिया।
नीट परीक्षा के परिणामों में शोएब आफताब ने शत-प्रतिशत अंक लाकर इतिहास रच दिया है।
इस परीक्षा में शोएब आफताब ने 720 में से 720 अंक लाकर टॉप किया है।
शोएब ने इसके अलावा दूसरा इतिहास ओड़िशा में पहली बार नीट टॉपर बनकर भी रचा है।
100 प्रतिशत अंक पाने वाले शोएब के परिजन अपने बेटे की मेहनत और जज्बे से बहुत खुश हैं।
शोएब आफताब परीक्षा में टॉप करने वाले अकेले नहीं हैं।
दिल्ली की आकांक्षा सिंह ने नीट की परीक्षा में 720 में 720 अंक हासिल किए हैं, लेकिन आयु कम होने के कारण आकांक्षा को दूसरी रैंक मिली है।
इस साल टॉप- 5 ने तीन लड़कियों ने अपनी जगह बनाई है।
उड़ीसा के जयपुर के निवासी शोएब आफताब ने लॉकडाउन का प्रयोग अपनी तैयारी को और मजबूत बनाने के लिए किया और वापस अपने घर लौटने की जगह अपने कोचिंग संस्थान के पास रहते हुए पढ़ाई करते रहे।
जिसका परिणाम आज हमारे सामने है।
एक मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले शोएब आफताब ने इस कठिन दौर में आशातीत सफलता प्राप्त की है।
पूरा देश और सोशल मीडिया शोएब आफताब को बधाई दे रहे हैं।
शोएब ने न्यूज़ चैनलों से बात करते हुए बताया कि उनका सपना कार्डियोलॉजिस्ट बनने का है।
शोएब की सफलता ने हेट स्पीच फैलाने वाले न्यूज़ चैनलों की जुबान पर भी ताला लगा दिया है।जो यूपीएससी में मुस्लिम छात्रों के चयन को यूपीएससी जिहाद की संज्ञा दे रहे थे।
इस परीक्षा के लिए कुल 15.97 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था।
इनमें से 85 फीसदी से 90 फीसदी परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया था।
इस साल करीब 14.37 लाख से अधिक उम्मीदवार महामारी के बावजूद 13 सितंबर को प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे।
शिक्षा मंत्री ने नीट के रिजल्ट के बाद खुशी जताई है और कहा है कि
विद्यार्थियों के करियर की प्रगति एवं बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए इन परीक्षाओं का आयोजन बेहद जरूरी था।
विरोध के बावजूद शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने NEET का आयोजन करवाया था।
केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने एनटीए को परीक्षा के बेहतर संचालन को लेकर बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी परीक्षा के संचालन में प्रशासनिक मदद की और विपरीत परिस्थितियों में सहयोग किया।