प्रोफेसर डॉक्टर नरेंद्र सिंह भंडारी जो वर्तमान में लोक सेवा आयोग गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार के सदस्य हैं
को 3 वर्ष या 65 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक सोहन सिंह जीना विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है।
यह रसायन विज्ञान विभाग के प्राध्यापक हैं ।
और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक भी रहे हैं ।
अल्मोड़ा विद्यार्थी परिषद नगर अध्यक्ष से लेकर वह भाजपा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रहे हैं ।
मूल रूप से नैनी सैनी पिथौरागढ़ के निवासी प्रोफेसर एनएस भंडारी की प्रारंभिक शिक्षा पिथौरागढ़ और मुंबई में हुई ।
1983 में इन्होंने पिथौरागढ़ डिग्री कॉलेज से ही स्नातक व स्नातकोत्तर की उपाधि ली और आईआईटी दिल्ली से पीएचडी करने के बाद 1988 में कुमाऊं विश्वविद्यालय में नियुक्त हो गए ।
उनके 42 शोध पत्र और 5 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं ।
वह राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में भी शामिल रहे हैं ।
इसी वर्ष स्थापित सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा आवासीय सह सम्बद्ध विश्वविद्यालय होगा ।
यह अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर तथा चंपावत जिला के सभी स्नातकोत्तर और डिग्री कॉलेजों को संबद्धता प्रदान करेगा ।
प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार ने कांग्रेस सरकार द्वारा 2016 में स्थापित उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय अल्मोड़ा को नया रूप देते हुए सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय बनाया है ।
पंडित बद्री दत्त पांडे पीजी कॉलेज बागेश्वर, लक्ष्मण सिंह महार पीजी कॉलेज पिथौरागढ़ और सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा सहित इस विश्वविद्यालय के तीन परिसर होंगे ।
मौजूदा आवासीय विश्वविद्यालय परिसर का इसमें पूर्ण विलय किया जाएगा