उत्तराखंड में कोरोना ही नहीं उल्टी और दस्त भी जानलेवा हो सकते हैं।
जोशीमठ प्रखंड के सुदूर गांव किमाना में उल्टी और दस्त का प्रकोप छा गया है।
कई लोग इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं ।
समय से इलाज न मिलने के कारण एक 11 वर्षीय बच्ची की मृत्यु हो गई।
बदतर सड़क और बेहाल स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण पहाड़ पर ऐसे हालात बने हुए हैं
जिसका खामियाजा ग्रामीणों को अपनी जान गंवा कर भुगतना पड़ रहा है।
सड़क मार्ग से 12 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पार करने के बाद आप किमाणा गांव पहुंचते हैं ।
सड़क का नामोनिशान नहीं है और स्वास्थ्य सुविधा के हाल इस घटना से स्पष्ट होते हैं ।
बच्ची की मृत्यु तो हुई ही उसकी मां भी बुरी तरह बीमार पड़ गई और उन्हें डंडी कंडी के सहारे पथरीले रास्तों से होते हुए 12 किलोमीटर पैदल चल मोटर रोड तक पहुंचाया गया ।
जहां घंटों इंतजार करने के बाद भी 108 एंबुलेंस सेवा समय पर नहीं पहुंच पाई।
बाद में महिला को सीएचसी जोशीमठ लाया गया ।
यह सोचने का विषय है कि यदि ऐसे गांवों में कोरोना महामारी फैल गई तो हम कैसा हौलनाक मंजर देखेंगे ।