रुड़की के सिविल अस्पताल में एक संस्था के द्वारा बनाया गया रैनबसेरा अब कोरोना की जाँच करवाने के फ़ार्म देने के काम आ रहा है,
यह रैन बसेरा अस्पताल में भर्ती हुए मरीजों के तीमारदारों के रुकने के लिए बनाया गया था लेकिन इसमें आज तक कोई नहीं रुका है,
संस्था ने भी अब इस रैन बसेरे से हाथ खड़े कर दिए हैं और देख रेख के लिए रखे गए कर्मचारी को भी हटा दिया है।
कुछ साल पहले रूड़की के सिविल अस्पताल में एक सामाजिक संस्था के द्वारा एक रैन बसेरे का निर्माण कराया गया था,
अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को अस्पताल में सोने और रुकने में कोई दिक्कत नहीं हो
इस उम्मीद के साथ रैन बसेरे का निर्माण हुआ था,
रैन बसेरे की देखरेख के लिए संस्था ने एक कर्मचारी भी रखा हुआ था लेकिन रैन बसेरे में किसी के भी नहीं ठहरने पर अब संस्था ने कर्मचारी को हटा दिया है
और अब यहाँ पर अस्पताल में कोरोना की जांच कराने के लिए लोगो को फ़ार्म दिए जा रहे है,
वहीं अस्पताल के सीएमएस डॉ संजय कंसल का कहना है की इस रैन बसेरे में कोई नहीं रुकता है
क्योंकि जो भी मरीज अस्पताल में भर्ती होते है वो आसपास के ही रहने वाले होते हैं या तो वो अपने घर चले जाते है या फिर मरीज के पास वार्ड में ही रुक जाते है।