फ्रांस में शार्ली हेब्दो के बनाए कार्टूनों पर चल रहे विवाद के बीच रूस से आये बयान ने मुस्लिम विश्व को समर्थन दिया है।
रूस से क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने स्पष्ट किया है कि इस्लाम पर बनाए जाने वाले इस प्रकार के कार्टून रूस में नहीं छापे जा सकेंगे।
इस प्रकार के मीडिया का हमारे देश में होना हमारे वर्तमान संविधान के अनुसार असंभव है। रूस आंशिक रूप से एक मुस्लिम देश भी है और रूस में लगभग 20 मिलियन मुस्लिम रहते हैं। यद्यपि हमारा मूल धर्म ईसाई है और हम में से अधिकांश ईसाई यहां रहते हैं। परंतु हमारे देश की विशेषता यहां पर बहुत धर्म और बहु प्रजाति की प्रकृति है जो एक दूसरे को सम्मान करते हुए रहते हैं। – दिमित्री पेस्कोव
यह बयान तब सामने आया जब शार्ली हेब्दो के द्वारा बनाये गए पैगम्बर मुहम्मद के कार्टून को ले कर विश्व भर में करोड़ों मुसलमानों की आस्था को ठेस पंहुची है।
पूरी दुनिया में फ्रांस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं।
फ्रांस के उत्पादों को बायकॉट करने की मुहिम भी जोर पकड़ रही है।
रूस के इस बयान से मुस्लिम विश्व में ख़ुशी की लहर है, क्योंकि एक महाशक्ति उनके पक्ष में खड़ी दिख रही है।