जहां एक और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं
और भारत की संसद में भाजपा सरकार यह कह चुकी है कि
लव जिहाद जैसा कोई सिद्धांत किसी एनफोर्समेंट एजेंसी की रिपोर्ट में नहीं आया है।
न ही लव जिहाद का वर्तमान कानूनों में उल्लेख है।
वहीं दूसरी ओर लखीमपुर खीरी जिले में एक निजी कार्यक्रम के दौरान साध्वी प्राची ने फिर विवादित बयान दे दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि मदरसों में लव जिहाद की शिक्षा दी जा रही है।
जिसके लिए अरब देशों से फंडिंग की जा रही है।
साध्वी प्राची ने लव जिहादियों को बीच सड़क फांसी की सजा देने और इसके पीछे की फंडिंग की साजिश का पर्दाफाश करने की मांग की है।
गौरतलब है कि अब तक बलात्कारियों के लिए भी फांसी हो जाना इतना सरल नहीं है, और इस तरह के बयान अरब देशों से भारत के संबंधों को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं इसका अंदाजा आराम से लगाया जा सकता है।
एक सभ्य समाज में बीच सड़क फांसी देने की कल्पना तक नहीं की जा सकती है।
साध्वी प्राची ने कुरान की आयतों का हवाला देते हुए मुस्लिम धर्मगुरुओं और उलेमाओं पर सवालिया निशान उठाए और कहा की एक सोची समझी साजिश के तहत लव जिहाद को बढ़ावा दिया जा रहा है।
ऐसे कामों को हिंदू समाज बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा और सरकार को इसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।
अभी हाल ही में हरियाणा और मध्य प्रदेश की सरकारों ने लव जिहाद को लेकर कठोर कानून बनाने की बात भी की है।