नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान में नेपाली मूल के वन्यजीव तस्करों की आमद बढ़ती जा रही है।
राज्य पशु कस्तूरी मृग का जीवन इसके कारण खतरे में है।
पार्क की बफर जोन सीमा में आने वाले लाता खड़क बीट से वन्यजीव अंगों के साथ चार वन्यजीव तस्कर दबोचे गए हैं।
यह चारों नेपाली मूल के हैं। इनके पास से चार कस्तूरी मृग के दांत एक हिरण का सिर दो पैर व खाल के साथ 60 फंदे भी बरामद हुए हैं।
एक अन्य व्यक्ति को लाता गांव से पकड़ा गया है ।
इन सभी आरोपियों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की संशोधित धारा में 2006 के धारा संख्या 2/9/51 के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक संरक्षण में सेकौट जेल भेज दिया गया है।
इन सभी को जोशीमठ न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेजा गया है।