देहरादून। एण्टी ड्रग टास्क फोर्स की टीम ने उत्तराखंड में पकड़ी गई इस साल की नशीले इंजेक्शन की सबसे बड़ी खेप पकड़ी है और एक को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
जानकारी के अनुसार 6 नवंबर रात पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ के पर्यवेक्षण में एडीटीएफ और एसटीएफ की टीम की ने एक शातिर अभियुक्त को नशीले इंजेक्शन की बड़ी खेप के साथ आशारोड़ी बैरियर से 1028 इन्जेक्शनो के साथ गिरफ्तार किया गया, जो अभी तक इस साल उत्तराखंड में नशीले इंजेक्शनों की सबसे बड़ी बरामदगी है। अभियुक्त शातिराना तरीके से अपने वाहन संख्या यूके07 एटी 0038 इंडिका विस्टा पर छुपाकर सहारनपुर से देहरादून लेकर आ रहा था।
पूछताछ में अभियुक्त महेंद्र सिंह उर्फ सोनू सरदार पुत्र हरभजन सिंह निवासी विंग नंबर 1 हाउस नंबर 20/3 प्रेमनगर देहरादून उम्र 43 वर्ष ने बताया कि उसके विरुद्ध एनडीपीएस के काफी मुकदमे है। इंजेक्शन की तस्करी में काफी मुनाफा होने के कारण वह सहारनपुर से रहमान नाम के व्यक्ति से 100 रूपये का इंजेक्शन खरीद कर 400-500 रु में देहरादून में लाकर प्रेमनगर में पढने वाले छात्रों तथा अन्य लोगो को बेचता था। प्रेमनगर में अपने घर के पास परचून की दुकान की आड़ में वह सारा काम करता था जिससे पुलिस को शक न हो। इसके अलावा प्रेमनगर स्थित सरकारी अस्पताल की ओएसटी सेंटर में नशे की आदत छुड़ाने का इलाज कराने वाले लोंगो से संपर्क कर उन्हें भी नशीले इंजेक्शन बेचने का कार्य करता था। प्रेमनगर में मुख्य रूप से दिलीप उर्फ टिक्की, सुमित,अंकित, अजय को प्रेमनगर क्षेत्र में इंजेक्शन बेचता था जो इसका माल आगे जनपद देहरादून में नवयुवकों को सप्लाई करते थे। रहमान एवम अन्य साथियों के विरुद्ध पुलिस कार्यवाही कर रही है।
पुलिस उप महानिरीक्षक एसटीएफ ने पुलिस टीम को 2500 रु के पारितोषिक की घोषणा की गई है।
वहीं पुलिस ने अपील करते हुए कहा कि एण्टी ड्रग्स टास्क फोर्स की नोडल अधिकारी पुलिस उप महानिरीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड रिद्विम अग्रवाल ने प्रदेश के समस्त युवाओ एवं छात्र-छात्राओं से कहा है कि वह नशे के सौदागरों से सावधान रहे। नशे के सौदागर अपने फायदे के लिए युवाओं को नशे की आदत का शिकार बनाते है। नशा आपके जीवन को ही बरबाद नहीं करता बल्कि इससे आपका पूरा परिवार बरबाद हो जाता है। आप अपने भविष्य और सपनो को साकार कर देश की प्रगति में अपना योगदान करें और हमेशा नशे को ना कहे। नशे के सौदागरों के विरुद्ध अगर आप के पास कोई सूचना हो तो आप नीचे दिये गए हेल्प लाइन नंबर्स पर सूचना देने के अलावा मेरे नंबर 9411112479 पर भी दे सकते है।
उत्तराखण्ड के समस्त जनपदों में एण्टी ड्रग्स टास्क फोर्स का गठन किया गया हैं तथा समस्त टीमों को मेडिकल स्टोर पर निगरानी रखने के निर्देश दिये गए है कि यदि मेेडिकल स्टोरो के द्वारा प्रतिबंधित नशे की गोलियां/इंजेक्शन अवैध बिक्री की जाती है तो उनके विरूद्व सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
यदि कोई आपके आस पास नशे का व्यापार कर रहा है तो वह एण्टी ड्रग्स टास्क फोर्स के हेल्प लाइन नं0 01352656202 व whatsapp 9412029536 पर नशा बेचने वालों के विरूद्व जानकारी दे सकता है। जानकारी देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।