विपक्ष ने की स्वार्थ की राजनीति, सामाजिक ताने -बाने को नष्ट करने का भी किया काम- मुख्यमंत्री योगी
यूपी पुलिस में अगले दो साल में एक लाख पुलिस जवान होंगे भर्ती
विपक्षी दल देश की कीमत पर राजनीति करते हैं – मुख्यमंत्री योगी
वाराणसी। यूपी पुलिस में अगले दो साल में एक लाख पुलिस जवान भर्ती करेंगे। यह घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को काशी के लालपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल (टीएफसी) हुई भाजयुमो की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में की। वह भाजयुमो के कार्यकर्ताओ को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती में पूर्व की सरकारों की तरह कोई भेदभाव नहीं होगा। हमारी नीति जीरो टालरेंस की है उसी के साथ काम होगा। उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस ने स्वार्थ की राजनीति की है और सामाजिक ताने बाने को नष्ट करने का काम किया है। इन तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोगों से बचकर रहना है।
इन्होंने वर्षों तक देश पर राज किया मगर देश के लिए कुछ काम नहीं किया। इनकी और भाजपा की राजनीति में बस यही फर्क है कि विपक्षी दल देश की कीमत पर राजनीति करते हैं और हम देश के लिए काम करते हैं। सीएम योगी ने कहा कि 2017 में जब भाजपा उप्र में सत्ता में आई तो जनसंख्या में तो हम देश में नंबर एक पर थे मगर अर्थव्यवस्था के मामले में नंबर सात पर थे और आज हम देश में अर्थव्यवस्था पर दूसरे नंबर पर हैं। आज देश-विदेश के बड़े निवेशक यूपी में आना चाहते हैं। 2023 में जब प्रदेश सरकार ने इंवेस्टर समिट किया तो 40 लाख करोड़ रूपये निवेश के प्रस्ताव मिले, इससे करीब डेढ़ करोड़ नौजवानों को नौकरी मिली।
पहले यही नौजवान मुंबई और विदेश जाता था। सीएम ने कहा कि आज निवेश आ रहा है क्योंकि हम व्यापारियों को उप्र के प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा दे रहे हैं। वहीं 2017 से पहले इसी उप्र की पहचान का संकट था। कोई भी बाहरी व्यक्ति यहां आना नहीं चाहता था। बेटियां सुरक्षित नहीं थी, व्यापारियों का व्यापार चौपट था। सड़क से लेकर बिजली तक देने में जिलों में भेदभाव किया जाता था। आज बिना भेदभाव के हर जिले को बिजली मिल रही और हर जनपद में सड़कें बन रही हैं। सरकार ने व्यापारी को 10 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा कवर भी दिया और सुरक्षा का बंदोबस्त भी किया। हमने बेटियों की सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासन मैं बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को भारत रत्न नहीं मिला। क्योंकि उस समय तक भारत रत्न पर भी एक ही परिवार का अधिकार रहता था। इन सरकारों ने बाबा साहब के अलावा सरदार वल्लभ भाई पटेल का भी अपमान किया था। इन महापुरुषों को भारत रत्न न मिले, इसके लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। कारण, यह देश की कीमत पर राजनीति करने वाली पार्टियां हैं। हम देश के लिए राजनीति करते हैं।