अयोध्या की हार का छलका दर्द- सीएम योगी ने झारखंड में दिया बड़ा संदेश
रांची। अयोध्या लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को मिली हार का दर्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया भाषणों में साफ झलक रहा है। झारखंड के राजमहल विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने न केवल अयोध्या की हार पर अपना दुख प्रकट किया, बल्कि जनता को एकजुटता का संदेश भी दिया।
अयोध्या की हार पर छलका दर्द
सीएम योगी ने कहा, “अगर अयोध्या में हिंदू नहीं बंटा होता, तो हमें अपमान नहीं झेलना पड़ता।” उन्होंने लोगों से जाति और धर्म के नाम पर बंटने से बचने का आग्रह करते हुए कहा, “हमें बंटना नहीं है, क्योंकि बंटेंगे तो कटेंगे, लेकिन अगर एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।”
योगी ने आगे कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। जाति के आधार पर लोगों को बांटने वाले नेताओं को समाज और देश का दुश्मन बताया।
झारखंड में घुसपैठ पर सख्त चेतावनी
सीएम योगी ने झारखंड में घुसपैठ के मुद्दे पर भी सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “भाजपा की सरकार बनते ही संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं को बाहर निकाला जाएगा।” योगी ने कहा कि जहां भाजपा की डबल इंजन सरकार है, वहां घुसपैठियों की कोई जगह नहीं है।
झामुमो और कांग्रेस पर हमला
योगी आदित्यनाथ ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड की जनता गरीब है, लेकिन इनके नेताओं के घरों से नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं। उन्होंने झामुमो सरकार के मंत्री आलमगीर आलम और कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा, “क्या यह पैसा झारखंड के विकास के लिए मोदी सरकार द्वारा भेजा गया नहीं था? इस पैसे पर कांग्रेस, राजद और झामुमो के नेताओं ने डकैती डाली है।”
झारखंड में एनडीए की जीत का दावा
झारखंड विधानसभा चुनाव पर बात करते हुए सीएम योगी ने कहा, “43 सीटों पर चुनाव हो चुका है और अब तक के रुझान बता रहे हैं कि झारखंड में दो-तिहाई बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बनेगी।” उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार का मतलब है सुशासन और अराजकता का अंत।
सीएम योगी का आह्वान
सीएम योगी ने अपने भाषण में जनता से भाजपा के पक्ष में मतदान करने का आह्वान करते हुए कहा, “जहां डबल इंजन सरकार होती है, वहां सुशासन होता है। झारखंड को भी सुशासन की जरूरत है।”
झारखंड में योगी के इस भाषण को भाजपा के लिए जनसमर्थन जुटाने का एक बड़ा कदम माना जा रहा है।