देहरादून। ऋषिकेश पुलिस ने लगभभ छः लाख रुपये के दस तोला सोना व चांदी के जेवर की बरामदगी के साथ अवैध तमंचा मय दो कारतूस व आला नकब के साथ दो शातिर अभियुक्त घटना में प्रयुक्त अल्टो गाड़ी के साथ गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली ऋषिकेश में शिकायतकर्ता नेतराम पुत्र स्वर्गीय भगतराम निवासी गली नंबर 10 अमित ग्राम गुमानीवाला ऋषिकेश के द्वारा एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया था कि उनका परिवार 26 दिसंबर 2019 को आवश्यक कार्य से बाहर गया हुआ था।
29 दिसंबर 2019 को हम परिवार सहित वापस लौटे तो देखा कि अज्ञात चोर द्वारा दरवाजे का लॉक, अलमारी, सेफ व संदूक के ताले तोड़कर ज्वेलरी व नकद रुपए चुरा लिए गए हैं।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर तत्काल कोतवाली ऋषिकेश में तत्काल मुकदमा अपराध संख्या 538/19 धारा 457 380 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई थी।
पुलिस अधीक्षक देहात व क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश ने तीन पुलिस टीम गठित की गई।
जिनको दिशा निर्देश दिए गए कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की बारीकी से देखरेख करते हुए घटनास्थल के आसपास संदिग्धों से पूछताछ करने के साथ जेल से छूटे हुए एवं पुराने चोरों का
सत्यापन करते हुए उनसे पूछताछ करें। घटनास्थल के आसपास लोगों से जानकारी हासिल की व पुराने चोरों का सत्यापन करते हुए आसपास के थानों के जनपदों से चोरी में संलिप्त 30 से अधिक चोरों के विषय
में जानकारी हासिल की गई व उनका सत्यापन करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।
सीसीटीवी कैमरा को चेक करने वाली पुलिस टीम के द्वारा घटनास्थल के आसपास व वहां से बाहर जाने वाले विभिन्न दुकानों संस्थानों व घरो आदी के कैमरे चेक किए गए तो घटनास्थल के आसपास एक मारुति कार का संदिग्ध अवस्था में घूमना पाया गया।
गठित टीम द्वारा उपरोक्त मुकदमे से संबंधित व प्राप्त फुटेज के आधार पर अपराधियों की धरपकड़ करने के लिए जनपद हरिद्वार में तलाश कर रही थी तो मुखबिर की सूचना पर पथरी पावर हाउस वाले तिराहे के
पास आने जाने वाले वाहनों के चेकिंग की गई जिस पर चेकिंग के दौरान एक सिल्वर रगं की ऑल्टो कार को रोकने के लिए इशारा किया गया जो पुलिस को देखकर पीछे करने लगा।
जिस पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल उक्त गाड़ी व उसमें बैठे हुए दो व्यक्ति इस्तकार पुत्र इस्लाम निवासी ग्राम रोशनाबाद थाना सिडकुल जनपद हरिद्वार व इश्तियाक उर्फ मंगता पुत्र अब्दुल सत्तार निवासी ग्राम निरोज पुर थाना लक्सर जनपद हरिद्वार को पकड़ लिया गया।
जिनसे भागने का कारण पूछा था उनके द्वारा अपने पास चोरी का सामान (जेवर आदि) होने की जानकारी दी गई।
हीं घटना में शामिल साजिद पुत्र नानू निवासी मौहल्ला तेलियान थाना झबरेड़ा जनपद हरिद्वार को पता लग चुका था कि ऋषिकेश पुलिस को जानकारी हो चुकी है कि मैने चोरी की है।
इसलिये साजिद ने चोरी के एक पुराने मामने में अपनी जमानत तुड़वाकर रोशनाबाद जेल चला गया है।
साजिद के ससुर से जानकारी प्राप्त हुई कि 13 जनवरी को साजिद कोतवाली ज्वालापुर हरिद्वार से चोरी के एक पुराने मामले में कोर्ट में पेश होकर जेल चला गया ताकि पुलिस की गिरफ्त से बच सके।
पुलिस को पकड़े गए अभियुक्तों से एक हार (सोना), हार के साथ के दो झुमके जिनमें पांच पांच झालरे लगी हैं, एक कड़ा (सोना), गले की एक चेन (सोना), तीन डिजायनदार लेडिज अंगूठियां (सोना), एक गोल
लॉकेट (सोना), एक जोड़ी कुण्डल (सोना), नाक में पहनने वाली 6 लॉंग (सोना), एक जोड़ी पायजेब, 12 सौ रूपये नगद, एक तमंचा मय दो कारतूस बरामद किया।
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि मैं रोशनाबाद जनपद हरिद्वार का रहने वाला हॅू।
साजिद व इस्तियाक दोनो मेरे जीजा है।
साजिद पूर्व में भी कई बार हरिद्वार से चोरी व अन्य मामलों में जेल जा चुका है तथा वह चोरी करने में माहिर है।
28/29-12-19 की रात मैं, इस्तियाक व साजिद आल्टो कार यूके08-ऐजे -3113 से चोरी करने श्यामपुर आये थे। कार को मैं ही चला रहा था।
मेरे व साजिद के पास एक एक तमन्चा था जिन्हे हम चोरी करने के दौरान किसी के आने पर उन्हे डराने धमकाने के लिये इस्तेमाल करते हैं तथा इस्तियाक के पास एक रॉडनुमा औजार था जिसकी मदद से हम लोग बन्द घरों के दरवाजों व आलमारियों के ताले व लॉक तोड़ते हैं।
28.12.19 की रात्रि को भी हमने कार को बाईपास रोड़ पर सड़क किनारे सुनसान जगह पर खड़ा किया तथा मैं कार पर ही रूक गया था।
कुछ देर बाद हरिद्वार की तरफ से एक साईरन बजाती हुई कार आयी जिसे मैने पुलिस की कार समझकर अपनी कार स्टार्ट कर आगे चला व डर के मारे अपने पास रखे तमन्चे व कारतूस को एक कपड़े में
लपेटकर दाहिने तरफ खाली प्लाट में हल्के से फेंक दिया व थोड़ा और आगे जाकर कार वापस मोड़कर वापस वंही पर आ गया।
कुछ देर बाद इस्तियाक व साजिद दोनो एक गली से होते हुये एक मकान में गये जहां से यह दोनो कुछ देर बाद चोरी कर वापस आ गये थे तथा हम तीनो वहां से हरिद्वार के लिये चले।
इसके बाद हम लोग सीधे हरिद्वार चले गये थे। चोरी से प्राप्त कुछ नगदी को हम तीनो ने मौज मस्ती व खाने पीने में खर्च कर दिया था तथा ज्वैलरी को हम तीनो ने आपस में बांट दिया था।
साजिद को पता लग चुका था कि ऋषिकेश पुलिस को जानकारी हो चुकी है कि हमने चोरी की है इसलिये साजिद ने अपने हिस्से का कुछ माल हमें दे दिया था,
कि मैं चोरी के एक पुराने मामने में अपनी जमानत तुड़वाकर जेल जा रहा हॅू इसे बेचकर मेरी जमानत का इंतजाम कर लेना।
हम दोनो के पास रखी ज्वैलरी व साजिद के द्वारा दी गयी ज्वैलरी को बेचने के लिये आज लक्सर की तरफ जा रहे थे कि आप लोगो ने हमें पकड़ लिया।