कोरोना संक्रमण के तेज़ी से बढ़ते खतरे को देखते हुए उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को परीक्षा समय कम करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
विभागीय अधिकारी अब परीक्षा के समय को तीन की जगह डेढ़ घंटा करने की तैयारी में हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय व यूजीसी के निर्देशों के अंतर्गत प्रदेश में विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 24 अगस्त से 25 सितंबर के बीच होंगी।
25 अक्तूबर को इनका परिणाम घोषित किया जाना है। इन परीक्षाओं में करीब 80 हजार छात्र-छात्राओं को प्रतिभाग करना है, जिनमें 25 हजार छात्र-छात्राएं बाहरी राज्यों के हैं।
अब कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि प्रश्न पत्र को हल करने का समय घटाया जाए।
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत के अनुसार इस बार परीक्षा का समय तीन घंटे से घटाकर दो या डेढ़ घंटे किया जा सकता है।
इसके अनुसार या तो प्रश्नों की संख्या कम की जा सकती है
प्रश्नों के नंबर बढ़ाये जा सकते हैं
या तुलनात्मक मार्किंग की जा सकती है
यद्यपि तेज़ी से बढ़ते कोरोना मामले इन सब निर्णयों को संशय में डाले हुए हैं।