देहरादून। उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दे रही आगनबाड़ी कार्यकत्रियों की छ: सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने विधायकों को खत लिख कर उन्हें पूरा करने की मांग की है।
विधायकों को लिखे खत में यूकेडी ने लिखा है कि आगनबाड़ी कार्यकत्री/सेविका/मिनी कर्मचारी संगठन अपनी मानदेय की मांगों को लेकर विगत डेढ़ माह से खुले आसमान के नीचे परेड ग्राउंड में आंदोलन करता आ रहा है जो अब अनशन में तब्दील हो चुका है,
यही नही पूरे प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर आगनबाड़ी कार्यकत्री धरने में बैठे है।
ये लोग अपने केंद्रों में बीएलओ का कार्य, जनगणना, पशु गणना, आर्थिक गणना, बाल गणना, राशनकार्ड सत्यापन, चुनावों में भागीदारी,
बच्चो की पोषण देख-रेख व मेडिकल जांचे, टीकाकरण एवम स्वास्थ्य शिक्षा आदि कार्य के साथ केंद्रीय पोषित योजनाओं के अंतर्गत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान,
जल स्रोतों के शोधन कार्य, प्लस पोलियो, विभिन्न विमारियों हेतु रैलियां, घरेलू हिंसा,पर्यावरण, नशामुक्ति, मतदाता जागरूकता अभियान, कृषि योजनाएं,
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आदि को आगनबाड़ी कार्यकत्री करते आ रही है।
इनके कार्यों के अनुरूप मानदेय नही दिया जाता।
आप जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधि है आप से निवेदन करने आये है कि विगत डेढ़ माह से ज्यादा समय से चल रहे इस आंदोलन को सरकार व शासन स्तर पर आपके द्वारा दबाब बनाकर आगनबाड़ी कार्यक त्रियों को न्याय मिल सके।
उत्तराखंड क्रान्ति दल ने विधायकों से मांग की है कि आगनबाड़ी कार्यकर्ताओ के उनके काम के अनुरूप न्यूनतम मानदेय प्रतिदिन 600 रुपये के हिसाब से मासिक रु०18000 दिया जाय
आगनबाड़ी सहायिकाओं के मानदेय,कार्यकत्री के मानदेय का 75 प्रतिशत दिया जाय।
आगनबाड़ी कार्यकत्रियों की विभागीय पदोन्नति किया जाय तथा आयुसीमा हटाते हुए कार्यकत्री पदरिक्त होने पर उन्ही केंद्र की सहायिका को वरीयता दिया जाय।
आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को वरिष्ठता के अनुसार प्रति वर्ष मानदेय दिया जाय।
आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को दीपावली बोनस दिया जाय। आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जब भी परियोजनाओं में किसी कार्य के लिए बुलाये जाने पर यात्रा भत्ता दिया जाय।
विधायक आवास में माननीय विधायकों के नाम पत्र व घेराव कार्यक्रम महानगर अध्यक्ष सुनील ध्यानी के नेतृत्व में रेसकोर्स विजय बौड़ाई, रेखा मिंया,डी के पाल, प्रमिला रावत, राजेन्द्र बिष्ट,
आशीष नौटियाल, उत्तम रावत, राजेश्वरी रावत, विलाश गौड़, समीर मुखर्जी, कमल कांत कुखशाल, मेहर राणा,भगवती डबराल, अशोक नेगी आदि थे।
लेकिन पुलिस प्रशासन ने विधायक आवास गेट पर रोकने पर उक्रांद कार्यकर्ताओ ने विरोध किया।अंत में सभी विधायकों के नाम पत्र दिये गये।