Politics : उत्तराखंड कांग्रेस लंबे समय से गुटबाजी और आपसी नोकझोंक में उलझी हुई है।
हर बड़े नेता का अपना समूह है और वह अपने हिसाब से काम कर रहा है।
यही कारण है कि कभी मजबूत रही कांग्रेस, आज उत्तराखंड में अपनी जमीन खोज रही है।
ऐसी विषम परिस्थिति में पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को एक चिट्ठी लिखी।
किशोर उपाध्याय
जिसमें उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव सिर पर हैं।
और ऐसी स्थिति में समय की मांग यह कहती है कि प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और स्वयं उन्हें मिलकर बैठक करनी चाहिए।
अपने आपसी मतभेदों का समाधान निकालना चाहिए।
उन्होंने कहा की सभी आम कांग्रेसी इस पक्ष में हैं, कि बड़े नेता एकजुट रूप से कार्य करें।
वह स्वयं हरीश रावत और इंदिरा हृदयेश से बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सामंजस्य के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के गठन के निर्णय की ओर भी प्रदेश अध्यक्ष का ध्यान आकर्षित किया।
और कहा कि प्रदेश अध्यक्ष को उनका सहयोग और समर्थन पूरी तरह प्राप्त है।
बड़े उद्देश्य प्राप्त करने के लिए छोटी-छोटी बातों को भुलाना जरूरी है।
इस पत्र का परिणाम यह रहा कि प्रदेश कांग्रेस की तीन दिवसीय बैठक प्रारंभ हो गई है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में सभी प्रदेश उपाध्यक्षों के साथ चर्चा हो रही है।
पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी बैठक में उपस्थित हैं।
हरीश रावत ने बताया कि जिस कोरोना महामारी के समय केंद्र व राज्य सरकार पूरी तरह विफल हुई है।
कांग्रेस ने लोगों को सहारा देने का काम किया। यह काम आगे भी चलता रहेगा।
साथ ही पेट्रोलियम पदार्थों के कारण महंगाई अपने चरम पर है। कांग्रेस उसके खिलाफ एकजुट होकर सरकार को चेताने का कार्य करेगी।
किशोर उपाध्याय ने कहा कि यह पत्र उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को व्यक्तिगत रुप से लिखा था।
परंतु वह मीडिया तक कैसे पहुंचा इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
लेकिन इस चिट्ठी का असर यह रहा कि सभी दिग्गज एक साथ बैठकर चर्चा कर रहे हैं।
यदि कांग्रेस अपने पुराने मतभेद भूल कर एकजुट कार्य करना प्रारंभ करे।
तो प्रदेश को वर्तमान में एक मजबूत विपक्ष और भविष्य में एक विकल्प प्राप्त हो सकता है।
यह बैठक प्रदेश कांग्रेस के लिए संजीवनी का कार्य करेगी तो
आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है।
हरीश रावत और प्रीतम सिंह की हाल में तीव्र हुई सक्रियता, जो सड़क पर दिखाई पड़ रही है से एक बात तो स्पष्ट होती है कि
कांग्रेस पूरे दमखम से चुनाव में उतरने का मन बना चुकी है।